नार्थ-ईस्ट

पुर्वी सियांग जिले के ओयान में राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया गया

जोनाई: देश के अन्य भागों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले के सिले-ओयान चक्र अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत ओयान के मुरंगघर के प्रांगण में भारत सरकार का वस्त्र मंत्रालय के तत्वावधान में और राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम लिमिटेड के सौजन्य से रविवार को 8 वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन किया गया। […]

जोनाई: देश के अन्य भागों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले के सिले-ओयान चक्र अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत ओयान के मुरंगघर के प्रांगण में भारत सरकार का वस्त्र मंत्रालय के तत्वावधान में और राष्ट्रीय हथकरघा विकास निगम लिमिटेड के सौजन्य से रविवार को 8 वां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें सभा की अध्यक्षता हथकरघा विभाग के सहायक निर्देशक और बुनकर सेवा केंद्र गुवाहाटी एवं विस्तार केंद्र ईटानगर के अधिकारी उत्पल बोडो ने किया। सभा की उद्देश्य व्याख्या लिसांग डोनी वेलफेयर सोसाइटी ओयान के महासचिव जितेन पाईत ने किया ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर 37 नंबर पासीघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक निनोंग इरिंग, विशिष्ट अतिथि के तौर पर सिले-ओयान चक्र अधिकारी श्रीमती मालोती तामिन , सिले-ओयान के जिला परिषद सदस्य बिमल लेगो , पुर्वी सियांग जिले के हस्तशिल्प विभाग के एडीटीएच प्रबाल भट्टाचार्जी , हथकरघा विभाग मंत्रालय के एनएचडीसी ध्रुव शर्मा सहित अंचल के स्थानीय लोगों और महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर बुनकरों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, सुता क्रय पासबुक ,बुनकर पहचान पत्र आदि अनुष्ठानिक रुप से वितरण किया गया।

मुख्य अतिथि विधायक निनोंग इरिंग ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हथकरघा दिवस मनाने का अर्थ है, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को याद करना, देशभक्ति व्यक्त करना, हमारी सांस्कृतिक विरासत और परंपरा का सम्मान करना, भारतीय कला के कौशल और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना और सबसे बढ़कर हथकरघा बुनकर परिवारों का सम्मान करना, जिन्होंने ऊर्जा, कौशल और रचनात्मकता जैसे अपने संपूर्ण संसाधनों का निवेश किया है ‌।

उल्लेखनीय है कि भारत के हथकरघा उद्योग के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने जुलाई, 2015 में 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में घोषित किया था। भारत सरकार ने 1905 में शुरू किए गए स्वदेशी आंदोलन को मनाने के लिए 7 अगस्त की तारीख को चुना गया था। इस आंदोलन का उद्देश्य घरेलू उत्पादों और उत्पादन प्रक्रियाओं को पुनर्जीवित करना था।पहले राष्ट्रीय हथकरघा दिवस का उद्घाटन 7 अगस्त 2015 को चेन्नई, तमिलनाडु में मद्रास विश्वविद्यालय के शताब्दी हॉल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।

अरुणाचल प्रदेश के रुकसिन के अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में स्वाधीनता दिवस पर हर घर तिरंगा झंडा का अनुष्ठानिक रुप से उद्घाटन किया
देश के अन्य भागों के साथ ही अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले के रुकसिन के अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय के तत्वावधान में आज हर घर तिरंगा कार्यक्रम का उदघाटन किया गया ।

आजादी के 75 साल के अवसर पर देश भर में विभिन्न अभियान चलाए जा रहे हैं। वहीं हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वाधीनता दिवस के मौके पर आगामी 13 से 15 अगस्त तक घर-घर तिरंगा फहराया जाएगा।

जिसके लिए रुकसिन के अतिरिक्त जिला उपायुक्त कार्यालय में आज अनुष्ठानिक रुप से निशुल्क तिरंगा झंडा वितरण किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर 37 नंबर पासीघाट विधानसभा क्षेत्र के विधायक निनोंग इरिंग और रुक्सीन के अतिरिक्त जिला उपायुक्त टी जनोम , कार्यवाही दण्डाधीश जैकब टाबी , सिले-ओयान चक्र कार्यालय के चक्र अधिकारी श्रीमती मालोती तामिन , रुक्सिन के जिला परिषद सदस्य क्रमशः अरुणी जामोह , अनुज गामेंन ,सिले-ओयान के जिला परिषद सदस्य बिमल लेगो और रुकसिन थाना के प्रभारी अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति में लोगों को निशुल्क तिरंगा झंडा वितरण किया गया।