नार्थ-ईस्ट

असम में कम नहीं हो रहा जापानी बुखार का कहर

असम (Assam) में हर साल जापानी इंसेफेलाइटिस बुखार से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। पिछले पांच साल में इस संक्रमण से राज्य में 660 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण सलमारा, दीमा हसाओ और कार्बी आंगलोंग को छोड़कर, राज्य के अन्य सभी 32 जिले इस बीमारी से प्रभावित हैं।

नई दिल्लीः असम में जापानी इंसेफेलाइटिस (Japanese encephalitis) चिंता का विषय बनता जा रहा है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक 49 लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा चुके हैं। पिछले एक महीने में ही राज्य में इसके वायरल संक्रमण के कुल 300 से अधिक मामले सामने आए हैं।

बता दें कि असम (Assam) में हर साल जापानी इंसेफेलाइटिस बुखार से बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो जाती है। पिछले पांच साल में इस संक्रमण से राज्य में 660 लोगों की मौत हो चुकी है। दक्षिण सलमारा, दीमा हसाओ और कार्बी आंगलोंग को छोड़कर, राज्य के अन्य सभी 32 जिले इस बीमारी से प्रभावित हैं।

आंकड़े बताते हैं। सबसे अधिक 44 मामले नागांव से सामने आए हैं, इसके बाद जोरहाट से 39 और गोलाघाट से 34 मामले सामने है।

बीमारी की गंभीरता और इसके प्रभाव को देखते हुए राज्य के सभी नौ मेडिकल कॉलेजों और 10 जिला अस्पतालों को आईसीयू और प्रयोगशाला परीक्षण सुविधाओं के साथ तैयार रखा गया है।

डॉक्टरों के मुताबिक जापानी इंसेफेलाइटिस एक वायरल मस्तिष्क संक्रमण है, जो मच्छरों के कारण होता है।

बता दें कि हाल ही में, असम बाढ़ से प्रभावित हुआ था और लगभग 20 लाख लोग प्रभावित हुए थे। वहीं 200 से अधिक लोग बाढ़ और भूस्खलन से संबंधित घटनाओं में भी मारे गए थे।