बीजापुर: कोरोना संक्रमण काल में जहां एक ओर बैंक से वित्तीय लेनदेन करने में अनेक समस्याएं जैसे बैंको में लगने वाली कतार से संक्रमण फैलने का डर तथा लॉकडॉउन लगने से दुर्गम ग्रामीण क्षेत्रों से बैंक तक पहुंचने हेतु यातायात सुविधाओं की कमी उत्पन्न हुई है. इन चुनौतियों के बीच राष्ट्रीय आजिविका मिशन (एनआरएलएम) योजना से जुड़ी बैंक सखियां जिला बीजापुर के ग्रामीण क्षेत्रों में घर पहुंच बैंकिंग सुविधा उपलब्ध करा रही हैं। कलेक्टर रितेश अग्रवाल के मार्गदर्शन में तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि कुमार साहू के निर्देशन में कोरोना काल में भी ग्रामीणों को पैसे के लेनदेन कि समस्या ना हो इसे दृष्टिगत रखते हुए स्व सहायता समूह की महिलाओं को बीसी सखियों के रूप में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित किया गया है।
बीसी सखियों द्वारा वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन ,मनरेगा मजदूरी भुगतान, गोधन न्याय योजना , राजीव किसान न्याय योजना आदि से लाभान्वित हितग्राहियों को उनके निवास स्थल पर राशि आहरण की सुविधा उपलब्ध हुई है।अबतक 40 ग्राम पंचायतों में बीसी सखियों द्वारा कार्य प्रारंभ किया गया है।अगले एक सप्ताह में 15 और पंचायतों में बीसी सखी द्वारा सुविधा प्रदान किया जाएगा।जिला प्रशासन द्वारा बीसी सखियों को चक्रीय निधि उपलब्ध कराकर आरसेटी संस्था से प्रशिक्षण प्रदाय किया गया है।जून 2020 से अबतक बीसी सखियों द्वारा 2 करोड़ से अधिक का लेनदेन कर हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।यथाशीघ्र समस्त इंटरनेट युक्त ग्रामों में बीसी सखी की सुविधा उपलब्ध कराए जाने की योजना बनाई गई है।राशि लेनदेन के आधार पर बीसी सखी को 5 हजार रूपए तक का मासिक आय अर्जित होता है।
बीसी सखी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर अपने दायित्वों का निर्वहन करती है।साथ ही लोगों को कोविड गाईड लाईन का पालन कराने जागरूक भी करती है मास्क का उपयोग सामाजिक दूरी, नियमित अंतराल में हाथो को साबुन से धोने सैनेटाईजर के उपयोग इत्यादि के लिए प्रेरित भी करती है।इस सराहनीय कार्य हेतु बीसी सखियों को ग्रामीण जन विशेष रूप से बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनो को विशेष सुविधाएं मिल रही है जिससे वे प्रशासन के इस सराहनीय कार्य के लिए आभार व्यक्त करते है।
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