
लखनऊ: गांव में जनसभा के दौरान योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति के घर को महिला उद्यमिता का केंद्र बनाने की बात कही। आश्वासन दिया कि भविष्य में इसमें महिलाओं को रोजगार देने के कार्यक्रम होंगे। उन्हें किसी ट्रेनिंग की जरूरत हुई तो भी करवाया जाएगा। इस भवन में अब साल भर कुछ न कुछ आयोजन होते रहेंगे। आपको बता दे कि राष्ट्रपति ने यह घर ग्रामीणों को दान कर दिया है। अब यहां निशुल्क उत्सव और शादी समारोह होते हैं। ग्राम पंचायत इसकी देखरेख करती है। राष्ट्रपति परौंख गांव के भ्रमण के दौरान अपने घर भी पहुंचे। जहाँ उन्होंने एक-एक कमरे में जाकर देखा और बताया कि इसमें खाना बनता था और इसमें गृहस्थी रखी जाती थी। रामनाथ कोविंद के पिता मैकूलाल चार धाम की यात्रा के दौरान नदियों से कुछ पत्थर उठाकर लाए थे। घर के पास बने बरगद के पेड़ के नीचे रखकर उनकी पूजा करते थे। उस स्थान पर भव्य मंदिर देखकर वे गदगद हो गए। गांव भ्रमण के दौरान सपरिवार मंदिर पहुंचे। पुजारी कृष्ण कुमार ने विधि विधान से पूजा कराई। राष्ट्रपति अपने साथ फल और मिष्ठान भी ले गए थे। पूजा के बाद उसे ग्रामीणों में वितरण कराया। पुजारी को 11 हजार रुपये दक्षिणा भी दी। इस मंदिर में अब नौ देवियों की प्रतिमाएं भी विराजमान हैं। उन्होंने मां दुर्गा के नौ रूपों को प्रणाम किया और सपरिवार मंदिर की परिक्रमा भी की। राष्ट्रपति ने इस मौके पर अपनी बेटी, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को मंदिर के महत्व और पिता की ओर से की गई देखरेख के बारे में भी बताया।


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