दिल्ली/एन.सी.आर.

CBSE परीक्षा साल में 2 बार होगी आयोजित, सिलेबस भी होगा कम

नई दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10 और 12 के लिए शैक्षणिक सत्र 2021-22 के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने का निर्णय लिया है। 2021 बैच के लिए बोर्ड परीक्षाएं 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम के साथ दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 को […]

नई दिल्लीः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने कक्षा 10 और 12 के लिए शैक्षणिक सत्र 2021-22 के पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने का निर्णय लिया है। 2021 बैच के लिए बोर्ड परीक्षाएं 50 प्रतिशत पाठ्यक्रम के साथ दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। सीबीएसई ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि शैक्षणिक सत्र 2021-22 को दो चरणों में बांटा जाएगा।

सीबीएसई के बयान में कहा गया है, ‘‘यह शैक्षणिक सत्र के अंत में बोर्ड द्वारा कक्षा 10 और 12 की परीक्षा आयोजित करने की संभावना को बढ़ाने के लिए किया गया है।’’

इस तथ्य को दोहराते हुए कि बोर्ड को कोविड संकट के मद्देनजर कक्षा 10 और कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करना पड़ा और ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन जारी रखना पड़ा। बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 के लिए कई उपायों की घोषणा की और कहा कि इंटरनल असेमेंट्स, प्रैक्टिकल एग्जाम्स, प्रोजेक्ट वर्क को ज्यादा विश्वसनीय और वैध बनाने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही सभी असेसमेंट्स के बीच मार्क्स का उचित बंटवारा किया जाए, इसके लिए भी बोर्ड मॉडरेशन पॉलिसी की घोषणा करेगा।

प्रश्न पत्र सीबीएसई ही भेजेगा। एग्जाम उसी स्कूल में होगा जहां स्टूडेंट्स पढ़ रहे होंगे। लेकिन एग्जाम की निगरानी के लिए सीबीएसई बोर्ड द्वारा एक्सटर्नल सेंटर सुपरिटेंडेंट्स और ऑब्जर्वर्स नियुक्त किये जाएंगे। स्टूडेंट्स को ओएमआर शीट पर आंसर देने होंगे। इन्हें स्कैन करके सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। या फिर स्कूल्स इनका मूल्यांकन करने के मार्क्स सीबीएसई पोर्टल पर अपलोड करेंगे। इस पर अंतिम निर्णय बोर्ड द्वारा स्कूल्स को सूचित कर दिया जाएगा।

आंतरिक मूल्यांकन के संबंध में, बोर्ड ने कहा, कक्षा 9 और 10 के लिए, पूरे वर्ष के लिए – 1 और 2 की अवधि के बावजूद, तीन आवधिक टेस्ट, छात्र एनरिचमेंट, पोर्टफोलियो और प्रैक्टिकल वर्क / बोलने-सुनने की एक्टीविटी और प्रोजेक्ट को शामिल किया जाएगा। जबकि कक्षा 11 और 12 के लिए, आंतरिक मूल्यांकन में विषय का अंत या यूनिट टेस्ट/खोजपूर्ण एक्टीविटी/प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क शामिल होंगे।

जबकि एक लचीली अनुसूची में टर्म 1 परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2021 के बीच देश और विदेश के विभिन्न हिस्सों में स्थित स्कूलों के लिए 4-8 सप्ताह की विंडो अवधि के साथ आयोजित की जाएगी, टर्म 2 परीक्षा में मार्च-अप्रैल 2022 के आसपास आयोजित की जाएगी। हालांकि, बोर्ड ने कहा, वह उस समय की स्थिति को देखते हुए, टर्म 1 और टर्म 2 परीक्षाओं का आकलन और संचालन करेगा।

सीबीएसई ने आधिकारिक बयान में कहा, आंतरिक मूल्यांकन, प्रैक्टिकल और प्रोजेक्ट वर्क को अधिक विश्वसनीय और वैध बनाने के प्रयास किए जाएंगे। बोर्ड ने कहा कि मॉडरेशन पॉलिसी की घोषणा अंकों के उचित वितरण को सुनिश्चित करने के लिए की जाएगी।

सीबीएसई ने कहा कि स्कूल शैक्षणिक वर्ष में किए गए सभी आकलनों के लिए एक छात्र प्रोफाइल भी बनाएंगे और सबूतों को डिजिटल प्रारूप में बनाए रखेंगे।

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