
मुम्बईः देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर (Second wave) का असर कम होता जा रहा है। हालांकि, थोड़ी राहत के बाद तीसरी लहर (Third Wave) का खतरा फिर से मंडराने रहा है। जानकारों ने कहा है कि तीसरी लहर का असर बच्चों पर ज्यादा होगा। आंकड़े इसकी पुष्टि करते हैं। इस बीच खबर है कि मुंबई (Mumbai) में एक हफ्ते में करीब 40 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, जोकि चिंता का विषय है। बीएमसी (BMC) ने इस बात की पुष्टि की है।
कुछ समय पहले, कोविड-19 केसों में गिरावट के बाद शहर में कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील दी गई थी। बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने एक समाचार एजेंसी के हवाले से कहा, ‘‘जिन लोगों ने टीके की दोनों खुराक ली है, उन्हें लोकल ट्रेनों में यात्रा करने या सार्वजनिक स्थानों पर जाने की अनुमति दी गई। हालांकि, कुछ हफ्ते बाद, बीएमसी ने चेतावनी दी है कि मामले फिर से बढ़ रहे हैं। मुंबई में कोविड-19 सकारात्मकता दर 1 प्रतिशत के करीब है। आंकड़े 300 से 400-450 मामलों तक बढ़ रहे हैं। हमने परीक्षण बढ़ा दिए हैं। कई क्षेत्रों को खोल दिया गया है। लोकल ट्रेनों में केवल पूरी तरह से टीकाकरण वाले लोगों और आवश्यक सेवा कर्मचारियों को अनुमति है।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या यह तीसरी लहर का आगमन है, उन्होंने कहा, ‘‘यह कहना जल्दबाजी होगी कि यह तीसरी लहर की शुरुआत है, लेकिन बृहन्मुंबई नगर निगम ने मरीजों के प्रवेश, प्रबंधन और उपचार की तैयारी पहले ही कर ली है।’’
हालांकि, बच्चों में हो रहे संक्रमण की संख्या ने मुम्बई वासियों को चिंतित कर दिया है। कहा जा रहा है कि मुंबई में कोविड-19 की तीसरी लहर पहुंचनी शुरू हो गई है। इस बार इसका असर बच्चों और युवाओं पर दिख रहा है। मुंबई के मानखुर्द स्थित चेंबूर चिल्ड्रन होम में 10-18 साल के 18 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। यहां कुल 102 बच्चे रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि मुंबई की सिविक एजेंसी बीएमसी इससे निपटने के लिए कैसे तैयार है।
मुंबई में पहली कोविड-19 लहर के दौरान, कुल रोगियों में से 5.6 प्रतिशत बच्चे थे और 19 वर्ष से कम उम्र के थे। वर्तमान में यह दर लगभग दोगुनी हो गई है यानि मुंबई में 10.8 प्रतिशत बच्चे और युवा संक्रमित हैं। जून में 13 प्रतिशत बच्चे और युवा इस वायरस से प्रभावित हुए थे।
एक तरफ अनलॉक का दबाव और त्योहारी सीजन में कोरोना वायरस की तीसरी लहर का खौफ भी लोगों को सता रहा है। मुंबई में 21 से 28 अगस्त तक 19 साल से कम उम्र के 247 बच्चे और किशोर इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 65 बच्चे 9 साल से कम उम्र के हैं। वहीं, अगस्त के पहले 20 दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण के 8,041 मामले सामने आए, जिनमें से 508 यानी 9.2 प्रतिशत बच्चे थे। जनगणना के मुताबिक मुंबई की 29 फीसदी आबादी 19 साल से कम उम्र की है और इस बार इस आयु वर्ग में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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