लखनऊ: हारते हुए लोगों को हर पल हराने वाले याद आते हैं। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ये बात सौ फीसद सही है। पर, भाजपा के लिए नहीं सपा के लिए। यह बातें प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने अखिलेश यादव के ट्वीट के जवाब में कही। उन्होंने कहा कि विधानसभा,लोकसभा से लेकर पंचायत चुनावों में मुंह की खाने के बाद अब अखिलेश को सपने में भी भाजपा से हार का डर सताने लगा है। यही वजह है कि वह रोज अपनी ऐतिहासिक जीत और भाजपा की हार का दावा करते रहते हैं। कभी-कभी तो जीत वाली सीटों का गणित भी भूल जाते हैं बेचारे। 2022 के विधानसभा चुनावों में सुनिश्चित हार जानकर उनकी दिमागी हालत समझी जा सकती है।
उन्होंने कहा कि मेरी अखिलेश के साथ पूरी सहानभूति है लेकिन यह तय है कि वह कुछ भी कर लें, उनके बहार के दिन लद गये। बाकी समय वह बिहारी की यह लाइनें, "इहि आसे अटक्यो रहतु, अलि गुलाब के मूल। वै है फेरी बसंत ऋतु इन वै फूल " याद करते रहें।
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