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जोनाई के पत्रकारों ने 19 वर्षाे से लापता भाई को परिवार से मिलाया

जोनाईः मानव धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है, इसका उदाहरण धेमाजी जिले में मिला। जोनाई जिला के पत्रकार सूरज कुमार पाण्डेय, अमित कुम्बांग और सत्य हाजरिका और उनके साथ अफसर अली ने महकमा सदर के गांधी पथमार्ग स्थित स्टेट बैंक के एटीएम के समीप से समीर राणा मगर (37) असहाय और बीमारग्रस्त एक व्यक्ति […]

जोनाईः मानव धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं है, इसका उदाहरण धेमाजी जिले में मिला। जोनाई जिला के पत्रकार सूरज कुमार पाण्डेय, अमित कुम्बांग और सत्य हाजरिका और उनके साथ अफसर अली ने महकमा सदर के गांधी पथमार्ग स्थित स्टेट बैंक के एटीएम के समीप से समीर राणा मगर (37) असहाय और बीमारग्रस्त एक व्यक्ति को देखकर इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। स्थानीय पुलिस के सहयोग से महकमे के नेपाली बस्ती निवासी और समाज सेवक मीन प्रधान के आश्रम में सहारा दिलाया।

स्थानीय लोगों ने संदेह व्यक्त किया है कि अरुणाचल प्रदेश के ईस्ट सियांग जिले में अज्ञात लोगों ने काम करने के लिए समीर राणा को रखा था। किसी अज्ञात व्यक्ति ने समीर की खस्ता हालत को देखकर जोनाई के गांधी पथमार्ग पर छोड़कर चला गया। समीर राणा का समाचार गोरखा लाइव में प्रकाशित होने के बाद उसके परिवार के सदस्य धुबड़ी जिले के चापड़ थाना अंतर्गत फालिमारी नेपाली गांव के लोगों ने समीर राणा मगर के संदर्भ में जोनाई के सियांग लाइव प्रोटेल चैनल और दा न्यूज़ प्लस के संवाददाता सुरज कुमार पाण्डेय, न्यूज़ टाइम के पत्रकार अमित कुम्बांग और एनके चैनल के पत्रकार सत्य हाजरिका से बातचीत कर निश्ंिचत हो गये कि करीब 19 वर्ष पूर्व अपने घर से रोजगार के लिए निकला समीर राणा सुरक्षित था।
 
इसके बाद समीर राणा मगर के भाई प्रकाश मगर और उसके परिवार वालों ने रविवार को यहाँ पहुंचकर अपने भाई से करीब 19 वर्ष बाद मिलकर भाव विभोर हो गए। 

वहीं प्रकाश मगर ने मीडियाकर्मियों और नेपाली बस्ती निवासी मीन प्रधान के निवास में अस्थाई आश्रम में सहारा देने और पुलिस प्रशासन को धन्यवाद किया। साथ ही मगर ने कहा कि आज मीडियाकर्मियों ने मेरे बड़े भाई से करीब 19 वर्षाे बाद मिलाया, जिसके लिए उन्होने सभी का आभार व्यक्त किया।

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