नई दिल्ली: इत्तिहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (Ittihad-e-Millat Council) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान (Maulana Tauqeer Raza Khan) ने हरियाणा के भिवानी में हाल ही में दो मुस्लिमों की हत्या पर बोलते हुए मांग की है कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल जैसे दक्षिणपंथी संगठनों को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) की तरह आतंकवादी संगठन घोषित करके उन पर प्रतिबंध लगाया जाए।
मौलाना तौकीर रजा ने एक समाचार एजेंसी के हवाले से कहा है कि भिवानी की घटना 16 फरवरी को हुई थी, लेकिन हमने अपनी चुप्पी बनाए रखी। हमारे बच्चों (जुनैद और नासिर) पर झूठे आरोप लगाए गए और उनकी हत्या कर दी गई। जब आरोपियों के समर्थन में बैठकें और महापंचायतें हुईं, तब हमें लगा कि हत्याएं और मॉब लिंचिंग भारत में आम हो गए हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से PFI पर प्रतिबंध लगाया गया था, उसी तरह विहिप और बजरंग दल को आतंकवादी संगठन घोषित किया जाना चाहिए और उन पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भिवानी में जो कुछ हुआ उससे हिंदू समुदाय को भी गलत संदेश जाता है। उन्हें ऐसा लग सकता है कि अगर वे इस तरह के कृत्यों में शामिल होते हैं तो उन्हें भी नायक के रूप में लेबल किया जाएगा। प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए, वरना आने वाले दिनों में स्थिति और भी खराब हो जाएगी।
बता दें कि हरियाणा के भिवानी के लोहारू में 16 फरवरी को जली हुई एक बोलेरो कार में दो कंकाल मिले थे। बाद में मृतकों की पहचान नासिर (25) और जुनैद (35) के तौर पर हुई थी। मृतकों के परिजनों ने 15 फरवरी को नासिर और जुनैद के अगवा होने की शिकायत दर्ज कराई थी। मृत युवकों के परिवारों ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बजरंग दल से कथित रूप से जुड़े पांच लोगों का नाम भी लिया था।
इस मामले में अधिकारियों ने बताया कि राजस्थान पुलिस को जुनैद और नसिर के अपहरण और हत्या के बाद दर्ज प्राथमिकी में नामजद आठ आरोपियों के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं। हालांकि इस मामले में बजरंग दल के सदस्य मोनू मानेसर की भूमिका की अभी भी जांच की जा रही है।