बिहार

बिहार में भूमिहार पॉलिटिक्स?

बिहार के स्वर्ण जातियों में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा अगर कोई जात जागृत है तो वह है भूमिहार कभी बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने वाली यह जाति सामाजिक और बौद्धिक रूप से भी काफी जागृत है।

बिहार के स्वर्ण जातियों में राजनीतिक रूप से सबसे ज्यादा अगर कोई जात जागृत है तो वह है भूमिहार कभी बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री के पद पर आसीन होने वाली यह जाति सामाजिक और बौद्धिक रूप से भी काफी जागृत है। पर राजनीतिक रूप से सक्रिय होने के बावजूद बिहार की राजनीति में उचित भागीदारी नहीं ले पाई मौजूदा समय में अगर बात राजद की करें तो मोकामा से नीलम देवी एकलौती विधायक हैं जबकि कार्तिक मास्टर कुमार सौरभ और अजय कुमार सिंह 3 एमएलसी भूमिहार जाति से है।

जदयू ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर भूमिहार बिरादरी से आने वाले मुंगेर के सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को बैठाया है जबकि इसी बिरादरी से आने वाले विजय कुमार चौधरी नीतीश कुमार के उत्तराधिकारी पार्टी के प्रवक्ता पद पर एमएलसी नीरज कुमार को बैठाया गया है।

भाजपा की बात करें तो इसी बिरादरी से आने वाले विजय कुमार सिन्हा नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी पर आसीन है। कांग्रेस ने अपने प्रदेश अध्यक्ष के पद पर भूमिहार बिरादरी से आने वाले राज्यसभा सांसद डॉक्टर अखिलेश कुमार सिंह को बिठाया है। चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोजपा में हुलास पांडे जोशी बिरादरी से आते हैं संसदीय दल के अध्यक्ष हैं।

बिहार के लोकसभा क्षेत्रों की बात करें तो बेगूसराय से भाजपा के गिरिराज सिंह जो मोदी मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री हैं नवादा से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद हैं चंदन कुमार जो बाहुबली सुरजभान सिंह के भाई हैं मुंगेर से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह सांसद है। 40 लोकसभा क्षेत्र वाले बिहार से फिलहाल तीन भूमिहार सांसद है एक भाजपा से एक रालोजपा से और एक जदयू से।

भूमिहार वोट बैंक की बात करें तो मुंगेर नवादा बेगूसराय जहानाबाद मोतिहारी और महाराजगंज सबसे सेफ सीट मानी जाती है। हालांकि मोतिहारी और महाराजगंज में राजपूत वोटर भूमिहार वोटरों से ज्यादा है अगर वे एकजुट रहते हैं तो फिर कहानी दूसरी हो जाती है। मुजफ्फरपुर और आरा जैसे लोकसभा सीटों पर भी भूमिहार वोटरों का निर्णायक भूमिका रहा है।

2024 के लोकसभा चुनाव की बात करें तो भूमिहार बिरादरी से आने वाले निर्दलीय विधान पार्षद सच्चिदानंद राय महाराजगंज से कांग्रेस अध्यक्ष डॉक्टर अखिलेश सिंह के पुत्र आकाश कुमार मोतिहारी से गिरिराज सिंह बेगूसराय से ललन सिंह मुंगेर से अरुण कुमार जहानाबाद से सुरजभान सिंह की पत्नी या भाई मुंगेर से भोजपुरी मगही के सुपरस्टार गायक नायक गुंजन सिंह नवादा से चुनाव लड़ने और जीतने के प्रबल दावेदार है।

मुजफ्फरपुर बेगूसराय मोतिहारी नवादा मुंगेर जहानाबाद आरा में भूमिहार वोटर चुनावी गणित को पलटने की ताकत रखते हैं। महाराजगंज भागलपुर जैसी सीटों पर इनकी गोलबंदी हार जीत का फैसला तय करती है।