रांचीः लगातार अवैध बालू उत्खनन होने से तकरीबन 2 सालों में आधा दर्जन पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीन पुल पूरी तरह से टूट गए हैं। प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद भी बालू माफियाओं का साथ देते हैं। वही परमेश्वर महतो, ललित महतो, रवि पीटर ने आवाज उठाया और झारखंड के मुख्यमंत्री समेत राज्य स्तरीय प्रशासन को शिकायत करने की स्थिति में उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की साजिश रची गई। इतना ही नहीं बीती रात अवैध बालू उत्खनन करने वाले माफियाओं को लोगों द्वारा पकड़े जाने पर और डीएसपी द्वारा छोड़ें जाने पर लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
सवाल यह कि जन मुद्दा उठाना गलत है? क्षेत्र में जिस तरह से बालू उत्खनन से पुल टूट रहे हैं और स्थानीय विधायक, सांसद, मंत्रीगण सब मौन हैं, क्यों?
अब आगामी विधानसभा चुनाव-2024 में जनता उत्तर देगी। आरपीआई पार्टी इस मुद्दे को लेकर प्रदर्शन की तैयारी में लग गई है।
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