बिहार

आस्था और अंधविश्वास का अनूठा नज़ारा

सारणः छपरा जिला के शाहपुर स्थित बकसावा मजार शाह मखदूम बाबा और जलालु पीर बाबा के मजार पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। मान्यता है कि जिसके ऊपर रूह, भूत-प्रेत, चुड़ैल या चांडाल का प्रकोप होता है वह उससे छुटकारा पाने के लिए बाबा के मजार पर मत्था टेक कर बुरी आत्मा से […]

सारणः छपरा जिला के शाहपुर स्थित बकसावा मजार शाह मखदूम बाबा और जलालु पीर बाबा के मजार पर प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है। मान्यता है कि जिसके ऊपर रूह, भूत-प्रेत, चुड़ैल या चांडाल का प्रकोप होता है वह उससे छुटकारा पाने के लिए बाबा के मजार पर मत्था टेक कर बुरी आत्मा से छुटकारा पा लेते हैं।

उस मजार पर जब लाटसाब के संवाददाता पहुंचे तो सर धुनते हुए और अजब-गजब व्यवहार करते हुए  बडबडाते हुए काफी लोग नजर आए, जो बुरी आत्मा के चंगुल से बाहर निकलने वहां पर आए थे। वहां पर आने वाले लोग मजार पर चादर चढ़ाते हैं और प्रसाद भी चढ़ाते हैं। अगर बुरी आत्मा ज्यादा परेशान करती है वह लोग परिवार के साथ आसपास के घरों में रहकर अपनी सेहत ठीक होने के बाद घर जाते हैं। 21वीं सदी के इस आधुनिक युग में इस तरह का दृश्य अविस्मरणीय और अचंभित कर देने वाला लगा। 

तंत्र मंत्र से रोग का निदान
वहीं दूसरी ओर छपरा जिला के कमालपुर गांव ग्राम मे विश्वनाथ भगत नामक तांत्रिक द्वारा तंत्र-मंत्र के माध्यम से दूरभाष पर और प्रत्यक्ष रूप से भी कई तरह की बीमारियों से निजात दिलाने का काम करते हैं। यह भी अद्भुत जान पडता है, परन्तु यहाँ भी लोगों की भीड़ देखी जा सकती है।

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