बिलासपुर: देवेन्द्र कुमार कौशिक को शासकीय हायर सेंकडरी स्कूल सकर्रा में सहायक ग्रेड-3 के पद पर अनुकंपा नियुक्ति मिल गई है। छत्तीसगढ़ सरकार के फैसले ने देवेन्द्र का भविष्य संवार दिया है। अब उसका परिवार भी जीवन यापन की चिंता से मुक्त हो गया है। जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम कुरेली निवासी 23 वर्षीय देवेन्द्र ने बी.एस.सी और मैकेनिकल इंजीनियरिग में डिप्लोमा किया है। उसके पिता विष्णु प्रसाद कौशिक ग्राम सकरी भांवर मुरू के प्राथमिक स्कूल में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत थे।
विगत 13 अपै्रल 2021 को ड्यूटी में रहते हुए वे बीमार हुए थे। परिजनों ने 16 अप्रैल को उनका कोरोना टेस्ट कराया जिसमें वे पाजिटिव पाए गए थे। उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई और वे 17 अपै्रल को चल बसे। श्री कौशिक की मृत्यु के बाद उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे रह गए। जिसमे बड़ा बेटा देवेन्द्र है। पिता के मृत्यु के बाद तखतपुर के संकुल समन्वयक के मार्ग दर्शन मंें 23 मई 2021 को देवेन्द्र ने अनुकंपा नियुक्ति के लिए जिला शिक्षा अधिकारी बिलासपुर कार्यालय में आवेदन दिया था। मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के मंशानुरूप उनके आवेदन पर त्वरित कार्यवाही की गई और उसे 2 जून 2021 को अनुकंपा नियुक्ति आदेश मिल गया। अपने गांव से 8 किलोमीटर दूर ग्राम सकर्रा के स्कूल में उसने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। देवेन्द्र ने कहा कि उसकी नौकरी तो तय थी लेकिन इतनी जल्दी उसे नियुक्ति मिल जाएगी, यह उसने नहीं सोचा था। इसके लिए छत्तीसगढ़ सरकार का आभार व्यक्त करते हुए उसने कहा कि कोरोना के इस कठिन दौर में पिता के मृत्यु के बाद उसे आर्थिक संकट का सामना नहीं करना पड़ा। अपनी माता और छोटे भाई की अच्छी तरह देखभाल वह कर सकेगा।
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