छत्तीसगढ़

मनरेगा डबरी बना इंद्रजीत के आजीविका के स्त्रोत, अनेक समस्याओं का हुआ समाधान

मुंगेली: आजादी के अमृत महोत्सव के साथ ही जिला मुंगेली में मनरेगा योजना के माध्यम से पथरिया जनपद पंचायत के अण्डा ग्राम पंचायत निवासी श्री इन्द्रजीत पिता सुन्दरलाल के जीवन में भी परिवर्तन हुआ है। वर्ष 2020-21 में मनरेगा से स्वीकृत निजी डबरी निर्माण कार्य पूर्ण होने पर इंद्रजीत को अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का […]

मुंगेली: आजादी के अमृत महोत्सव के साथ ही जिला मुंगेली में मनरेगा योजना के माध्यम से पथरिया जनपद पंचायत के अण्डा ग्राम पंचायत निवासी श्री इन्द्रजीत पिता सुन्दरलाल के जीवन में भी परिवर्तन हुआ है। वर्ष 2020-21 में मनरेगा से स्वीकृत निजी डबरी निर्माण कार्य पूर्ण होने पर इंद्रजीत को अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने का सुनहरा अवसर मिला। इन्द्रजीत इससे पहले प्रमुख रूप से केवल धान की खेती करता था, परन्तु खेत में डबरी बनने के बाद उसने डबरी में मछली पालन करने लगा, इसमें उसे मुनाफा के नये अवसर नजर आये। इन्द्रजीत ने बताया कि उसने डबरी में कोतली और रोहू मछली का पालन किया था और इन मछलियों को बाजार में बेचकर अब तक लगभग 35000 से 42000 तक का मुनाफा प्राप्त किया। इसके साथ-साथ उन्होने डबरी के पास ही सब्जी लगाने लगा तथा डबरी के मेड़ पर अरहर की खेती भी करने लगा। अरहर का उत्पादन अच्छा हुआ। जिसके फलस्वरूप उन्होने बाजार में अरहर दाल को बेचकर 15000 से 20000 रूपये तक का मुनाफा प्राप्त किया। इसके साथ ही जब से डबरी खनन हुआ है तब से उनके द्वारा बाजार से बहुत कम सब्जी की खरीदी जाती है। केमिकल वाली सब्जी से छुटकारा पाने के लिए उनके द्वारा डबरी के मेड़ के किनारे स्वयं के लिए जैविक सब्जी का भी उत्पादन किया जाता है। इन्द्रजीत ने बताया कि डबरी खनन से पहले उनके बोर में बहुत कम पानी आता था, परन्तु डबरी निर्माण के बाद जो ग्राउंड वाटर रिसोर्स हुआ है उससे बोर में ज्यादा पानी भी आने लगा है। उन्होने बताया कि जो मुनाफा हुआ है उस राशि को वह पहले अपना जीवन यापन के लिए गौटिया से लिया गया कर्ज का चुकाया है। इस प्रकार मनरेगा डबरी से उनके अनेक समस्याओं का समाधान हुआ है। अब उन्होने डबरी में उच्च क्वालिटी की मछली उत्पादन करने की बात कहीं है।  

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