अम्बिकापुर: प्रदेश सरकार की सर्वाधिक महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के तहत नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी के विस्तार के साथ-साथ सरगुजा जिला रोजगारोन्मुखी विकास की ओर आगे बढ़ रहा है। जनपद पंचायत मैनपाट के आदर्श गोठान कुनिया में दुर्गा स्वयं सहायता समूह, सीता स्वयं सहायता समूह और सरस्वती स्वयं सहायता समूह की लगभग 40 महिलाओं के द्वारा मिलकर मिर्च, टमाटर, बैगन, करेला, लौकी एवं तरबूज की सीडलिंग तैयार किया गया है। सीडलिंग की तैयारी के लिए उद्यान विभाग द्वारा सिंचाई की ब्यवस्था के लिए ड्रिप लगाया गया है।जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए वर्मी खाद का प्रयोग कर विभिन्न प्रकार की सब्जी की सीडलिंग(रोपाई) किया गया है।
गोठान में तैयार सीडलिंग से उन्नत किस्म के पौधे तैयार होंगे और वर्मी खाद के प्रयोग से जैविक फसल का उत्पादन होगा। इस खेती से एक ओर महिलाओ को आयमूलक रोजगार मिलेगा वही दूसरी ओर जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा। गोठान जिले में न सिर्फ बेरोजगार महिलाओं को संगठित कर समूहों के जरिए रोजगार देकर आय के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, बल्कि महिला समूह के सदस्यों की क्रय शक्ति में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। प्रदेश सरकार की नरवा, गरवा,घुरवा, और बाड़ी तथा गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन से जिले के किसान जैविक खाद्यान्न उत्पादित कर रासायनिक खाद के बेतरतीब उपयोग को नियंत्रित करने में योगदान दे रहे हैं। कैंसर जैसी लाईलाज बीमारी के वाहक खतरनाक रसायनों के प्रयोग की जगह विषरहित जैविक खाद्यान्न के उत्पादन में वृद्धि से जिले की सकारात्मक छवि व पहचान बन रही है।
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