महासमुंद: जिला मुख्यालय महासमुन्द के समीपस्थ ग्राम पंचायत बरोंडाबाजार में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत् गठित मां गायत्री महिला स्व-सहायता समूह द्वारा टेराकोटा शिल्प का कार्य किया जाता है। टेराकोटा एक अनूठे एवं विशेष प्रकार का मिट्टी शिल्प है। महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा टेराकोटा से संबंधित विभिन्न प्रकार के उत्पादों का निर्माण कर उसका विक्रय बड़ी मात्रा में स्थानीय बाजारों, बिहान बाजार एवं पंचायत के माध्यम से कर अच्छी आमदनी प्राप्त कर रहीं हैं। टेराकोटा शब्द आमतौर पर मिट्टी के मूर्तियों के साथ साथ विभिन्न प्रकार के बर्तन एवं सजावटी सामग्री बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। इनके द्वारा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 12 फरवरी से 21 फरवरी तक आयोजित छत्तीसगढ़ हाट बाजार में स्टाॅल लगाकर आकर्षण का मुख्य केन्द्र बने हुए है। मां गायत्री स्व-सहायता समूह द्वारा अपने उत्पादों की बिक्री भी पर्याप्त मात्रा में हो रही है, जिससे समूह की महिलाएं काफी उत्साहित हो रही है।
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