कोण्डागांव : जिले में लगातार बच्चों में कुपोषण को दूर करने के लिए कोरोना काल में भी नंगत पिला कार्यक्रम के माध्यम से सुपोषण अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में उड़ान आजीविका केन्द्र अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। जिसके तहत् आजीविका केन्द्र के महिलाओं के द्वारा अण्डा, कोदो, मंूगफली, शक्कर, तेल, तिल तैयार एवं पैकेजिंग कर बच्चों को पहुंचाया जा रहा है।
इसके तहत् कोदो, मूंगफली, शक्कर, तेल, तिल के 250 ग्राम, 500 ग्राम, 1000 ग्राम के पैकेट तैयार कर महिला बाल विकास विभाग के सभी परियोजनाओं के माध्यम से सेक्टरों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों तक पोषण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। जिसके तहत् अब तक कुल 34393 पैकेटों के द्वारा कुल 14791 किग्रा पोषण आहार उपलब्ध कराया गया है। केन्द्र में उच्च गुणवत्ता का पोषण आहार हेतु अप्रसंस्करित समाग्री विभिन्न जिलों से मंगाकर उसे आजीविका केन्द्र में ही उसका प्रसंस्करण किया जाता है ताकि बच्चों को अच्छा भोजन प्राप्त हो सके तथा जिले की 200 से अधिक महिलाओं को भी इससे रोजगार प्राप्त होता है। इस तरह केन्द्र के माध्यम से कोदो कुटकी पोषण आहार सप्लाई किये जाने से पोषण आहार की उच्च गुणवत्ता भी सुनिश्चित हो रही है।
जिला प्रशासन की सहायता से उड़ान महिला कृषक प्रोड्यूसर कम्पनी लिमिटेड के द्वारा कुकाड़गाराकापाल में स्थित अण्डा उत्पादन केन्द्र में तीन महिला समूहों द्वारा चार हजार 600 से अधिक मुर्गियों के द्वारा अण्डा उत्पादन कराया जा रहा है। इस केन्द्र में प्रतिदिन चार हजार से अधिक उत्पादित किये जा रहे है। इस केन्द्र से अब तक आंगनबाड़ी केन्द्रों को 112320 अण्डों की सप्लाई किया गया है साथ ही निजी वेण्डरों को भी अण्डे उपलब्ध कराये गये है। इस केन्द्र के माध्यम से 20 महिलाओं को वर्ष भर का रोजगार भी प्राप्त हो रहा है साथ ही बच्चों के सुपोषण के लिए जिले में ही उत्पादन से अण्डों के सप्लाई पर आने वाला अतिरिक्त खर्च भी बच जाता है। इस केन्द्र हेतु मुर्गियों के आहार के लिए मुर्गीदाना भी आजीविका केन्द्र द्वारा उत्पादित किया जा रहा है।
इस प्रकार उड़ान आजीविका केन्द्र के माध्यम से महिलाएं महिला समूह के रूप में कार्य करते हुए रोजगार के नये विकल्पों को अपनाते हुए स्वयं एवं जिले के विकास के साथ-साथ बच्चों के उज्ज्वल भविष्य में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहीं है। पोषण आहार एवं अण्डा उत्पादन के अतिरिक्त आजीविका केन्द्र में स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा अबरबत्ती, धूपबत्ती, दोना पत्तल, पेपर प्लेट, स्लिपर चप्पल, नॉन वूलेन बैग, कोल्ड प्रेस्ड कोकोनट आयल, तिखुर पाउडर, बेकरी बिस्किट, मसाला उत्पादन एवं मुर्गीदाना उत्पादन का कार्य भी किया जाता है।
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