नई दिल्लीः कांग्रेस ने गुरुवार को दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार का समर्थन किया, जो दिल्ली में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के संशोधन (संशोधन) विधेयक 2021 (आमतौर पर एनसीटी बिल के रूप में जाना जाता है) का विरोध कर रही है और भाजपा को ‘सत्ता छीनने’ की कोशिश पर खिंचाई की। दिल्ली कांग्रेस ने कहा कि भाजपा ‘पिछले दरवाजे से दिल्ली में प्रवेश’ करने की कोशिश कर रही है और चुनी हुई सरकार से सत्ता छीनने का प्रयास कर रही थी।
दिल्ली कांग्रेस के उपाध्यक्ष अभिषेक दत्त ने कहा, ‘‘हालांकि वे ;।।च्द्ध हमारे राजनीतिक विरोधी हैं, वे एक निर्वाचित सरकार हैं और हम चुनावी प्रक्रिया के लिए खड़े हैं जो उन्हें शहर पर शासन करने का अधिकार देता है।’’
अभिषेक दत्त ने कहा, ‘‘पिछले नगरपालिका उपचुनावों के दौरान दिल्ली की जनता द्वारा खारिज किए जाने के बाद, भाजपा अब दिल्ली में पिछले दरवाजे से प्रवेश करने की कोशिश कर रही है।’’
एनसीटी विधेयक दिल्ली के उपराज्यपाल (एल-जी) की शक्तियों को बढ़ाता है, जो निर्वाचित सरकार पर केंद्र को रिपोर्ट करता है और कहता है कि दिल्ली में श्सरकारश् शब्द एल-जी को संदर्भित करता है। इसे बुधवार शाम को राज्यसभा में और सोमवार को लोकसभा में पारित किया गया।
अभिषेक दत्त ने कहा कि भाजपा देश के हर राज्य में सत्ता की स्थिति में घुसने का प्रयास कर रही है, चाहे वह राजस्थान, मध्य प्रदेश या पुदुचेरी हो।
उन्होंने कहा, ‘‘वे हमेशा लोगों द्वारा खारिज किए जाने के बाद एक निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करते हैं। विभिन्न राज्यों में आगामी विधानसभा चुनावों में, भाजपा को इस तरह की रणनीति के कारण लोगों द्वारा खारिज कर दिया जाएगा।’’
दूसरी ओर, भाजपा ने कहा है कि विधेयक के बारे में सब कुछ संवैधानिक रूप से किया गया है और दिल्ली पहले कभी भी पूर्ण राज्य नहीं था।
भाजपा के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित की मांग के बावजूद, केंद्र में कांग्रेस सरकार ने ध्यान नहीं दिया। अब वे अनावश्यक शोर कर रहे हैं। दिल्ली को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए कानून के अनुसार सब कुछ किया गया है।’’
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
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