नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को आईटीओ, लाल किले और राजधानी में कई जगह हुई हिंसा के मामले में 22 एफआईआर दर्ज की है। सूत्रों के मुताबिक, कई किसान नेताओं के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। नवभारत के मुताबिक, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने दिल्ली में हुई हिंसा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। सूत्रों की मानें तो पुलिस किसान नेताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दिल्ली पुलिस आज शाम 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कल हुए दंगे की पूरी जानकारी देगी। बता दें कि मंगलवार को प्रदर्शनकारी किसानों ने गणतंत्र दिवस परेड के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा तय किए रूट पर ट्रैक्टर परेड निकालनी थी। लेकिन किसानों ने पुलिस की एक न सुनी और गणतंत्र दिवस परेड खत्म होने से पहले ही जहां-तहां अपनी ट्रैक्टर रैली निकालनी शुरू कर दी। जिससे पुलिस और किसानों में भयंकर टकराव हुआ और कानून व्यवस्था पूरी तरह से काबू से बाहर हो गई। दिल्ली में जहा भी किसान गए वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। किसानों ने लाल किले को भी नहीं छोड़ा और वहां पर भी तोड़-फोड़ की।
किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर
दिल्ली पुलिस ने किसान नेता राकेश टिकैत और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। दूसरे किसान नेताओं के खिलाफ भी अलग-अलग थानों में केस दर्ज हुए हैं। इन किसान नेताओं के खिलाफ गाजीपुर, पाण्डव नगर और सीमापुरी थाने में केस दर्ज हुए हैं। ईस्टर्न रेंज के जॉइंट कमिश्नर ने इस बारे में कन्फर्म किया है।
प्रदर्शनकारियों ने कई जगह पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ दिया और गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया। किसानों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं, जिसमें 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अभी तक 22 एफआईआर दर्ज की।
संस्कृति और पर्यटन मंत्री ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों के साथ लाल किले का निरीक्षण किया। उन्होंने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट जल्द से जल्द सौंपने के निर्देश दिए हैं, ताकि आरोपियों पर जल्द एफआईआर दर्ज की जा सके।
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