चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है जो सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और हिंदू नववर्ष के पहले दिन मनाया जाता है। रामनवमी, भगवान राम का जन्मदिन आमतौर पर नवरात्रि उत्सव के दौरान नौवें दिन आता है। इसलिए, चैत्र नवरात्रि को राम नवरात्रि के रूप में भी जाना जाता है। चैत्र नवरात्र आमतौर पर मार्च या अप्रैल के महीने में आते है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, यह चैत्र माह में शुक्ल पक्ष के दौरान मनाया जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, चैत्र नवरात्रि मार्च या अप्रैल में पड़ती है। नवरात्रि के उत्सव की शुरुआत घटस्थापना या कलश स्थापन नामक अनुष्ठान से होती है और नौ दिनों तक चलती है। देवी दुर्गा के भक्त लगातार नौ दिनों तक व्रत रखते हैं।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि में घटस्थापना का विशेष महत्व होता है। घटस्थापना से ही नवरात्रि की पूजा शुरू होती है। घटस्थापना का मुहूर्त प्रातः 5 बजकर 28 मिनट से सुबह 10 बजकर 14 मिनट तक रहेगा। घटस्थापना के लिए मिट्टी के पात्र में सात प्रकार के अनाज बोए जाते हैं। इसके बाद इस पात्र के ऊपर कलश की स्थापना करें। कलश में जल भरें। इसमें गंगाजल भी मिलाएं। कलश पर कलावा बांधें। कलश के मुख पर आम या अशोक के पत्ते रख दें। फिर जटा नारियल को कलावा से बांधे। लाल कपड़े में नारियल को लपेट कर कलश के ऊपर रखें।
चैत्र नवरात्रि 2021
इस वर्ष, चैत्र नवरात्रि 13 अप्रैल (मंगलवार) से शुरू होगी और 22 अप्रैल (गुरुवार) को समाप्त होगी। अष्टमी 20 अप्रैल को मनाई जाएगी और 21 अप्रैल को राम नवमी मनाई जाएगी।
चैत्र नवरात्रि दिवस 1
13 अप्रैल, 2021 (मंगलवार) प्रतिपदा
चैत्र नवरात्रि दिवस 2
14 अप्रैल, 2021 (बुधवार) द्वितीया
चैत्र नवरात्रि दिवस 3
15 अप्रैल, 2021 (गुरुवार) तृतीया
चैत्र नवरात्रि दिवस 4
16 अप्रैल, 2021 (शुक्रवार) चतुर्थी
चैत्र नवरात्रि दिवस 5
17 अप्रैल, 2021 (शनिवार) पंचमी
चैत्र नवरात्रि दिवस 6
18 अप्रैल, 2021 (रविवार) षष्ठी
चैत्र नवरात्रि दिवस 7
19 अप्रैल, 2021 (सोमवार) सप्तमी
चैत्र नवरात्रि दिवस 8
20 अप्रैल, 2021 (मंगलवार) अष्टमी
चैत्र नवरात्रि दिवस 9
21 अप्रैल, 2021 (बुधवार) राम नवमी
नवरात्रि के सभी नौ दिन दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों को समर्पित हैं जिन्हें सामूहिक रूप से नवदुर्गा के रूप में जाना जाता है। दुर्गा के नौ अवतार शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंद माता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री हैं।
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