नई दिल्ली: भारत के प्रति एकजुटता और सद्भावना दिखाते हुए, वैश्विक समुदाय ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी सामूहिक लड़ाई में भारत के प्रयासों को समर्थन देने के उद्देश्य से मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। वहीं दूसरी तरफ, भारत सरकार ने भी विदेशों से प्राप्त होने वाली इस सहायता सामग्री के प्रभावी आवंटन और शीघ्र वितरण एवं आपूर्ति के लिए एक सुव्यवस्थित और सुनियोजित तंत्र तैयार किया है। ये तंत्र तृतीय श्रेणी के कोविड देखभाल संस्थानों और सहायता प्राप्त करने वाले राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों के चिकित्सा क्षेत्र के बुनियादी ढाँचे में वृद्धि करेगा और अस्पतालों में भर्ती कोविड-19 के मरीज़ों के प्रभावी नैदानिक प्रबन्धन के लिए उनकी नैदानिक प्रबन्धन क्षमता को मज़बूती प्रदान करेगा।
भारत सरकार को दुनिया के विभिन्न देशों/ संगठनों से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुदान और कोविड-19 राहत चिकित्सा सामग्री तथा उपकरणों के रूप में सहायता प्राप्त हो रही है। भारत सरकार को ये सहायता 27 अप्रैल, 2021 से लगातार मिल रही है।
27 अप्रैल, 2021 से 08 मई, 2021 तक कुल मिलाकर 6738 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 3856 ऑक्सीजन सिलेंडर, 16 ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट, 4668 वेंटिलेटर्स/ बीआई पीएपी और करीब 3 लाख रेमडेसिविर इंजेक्शन प्राप्त हुए/ रवाना किए जा चुके हैं।
8 मई,4 2021 को कनाडा, थाइलैंड, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, इज़राइल, यूएसए, जापान, मलेशिया, यूएस (जीआईएलईएडी), यूएस (सेल्सफोर्स) और थाइलैंड में रहने वाले भारतीय समुदाय से राहत सामग्री के रूप में प्राप्त हुए प्रमुख सामान में निम्नलिखित शामिल हैं:-
ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर (2404), रेमडेसिविर इंजेक्शन (25,000), वेंटिलेटर्स (218), टेस्टिंग किट (6,92,208)
प्राप्तकर्ता राज्यों/ केन्द्र शासित प्रदेशों और संस्थानों को इस राहत सामग्री का प्रभावशाली तरीके से शीघ्र आवंटन और सुव्यवस्थित आपूर्ति नियमित रूप से जारी है। केन्द्र स्वास्थ्य मंत्रालय नियमित तरीके से व्यापक स्तर पर इसकी निगरानी कर रहा है।
एम्स, नई दिल्ली के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोविड के तेज़ी से बढ़ते मामलों से निपटने के लिए विदेश से वेंटिलेटर्स, ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर के रूप में राहत सामग्री और चिकित्सा उपकरणों को भेजने वाले सभी देशों का धन्यवाद किया।
एम्स, रायबरेली के निदेशक डॉ. अरविंद राजवंशी ने एम्स रायबरेली में मरीज़ों की मदद करने के लिए विदेशी सहायता के अंतर्गत प्राप्त हुए कोविड-19 उपकरणों के बारे में बताया।
तेलंगाना स्थित एम्स, बीबीनगर की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस कल्याणी ने विदेशी राहत चिकित्सा सामग्री को तुरंत अस्पताल में पहुंचाने के लिए भारत सरकार के साथ-साथ राज्य सरकार का धन्यवाद किया। अस्पताल को ऑक्सीजन सिलेंडर, बीआई पीएपी मशीन और अन्य कोविड-19 उपकरण भी प्राप्त हुए हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घबराएं नहीं, और कोविड उपयुक्त व्यवहार (कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर) का पालन करें।
एम्स, भोपाल के निदेशक प्रोफेसर डॉ. सरमन सिंह ने विदेशों से मदद का हाथ आगे बढ़ाने वाले और दान करने वाली एजेंसियों का धन्यवाद किया। एम्स भोपाल को अब तक भारत सरकार द्वारा आवंटित की गई विदेशी राहत सामग्री से उन्हें 80 बीआई पीएपी वेंटिलेटर्स, 80 ट्रॉलिज़, 100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर, 1 लाख मास्क और 5000 सर्जिकल गाउन प्राप्त हुए हैं।
एम्स, पटना के प्रो. सीएम सिंह ने बताया कि विदेशों से प्राप्त होने वाली राहत सामग्री कोविड-19 महामारी के खिलाफ जारी जंग में उनके अस्पताल के लिए किस प्रकार मददगार साबित होगी।
एम्स, रायपुर के डॉ. नितिन नागरकर कहते हैं कि अस्पताल को 50 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स और 64 जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर प्राप्त हुए हैं, और अस्पताल ने मरीजों के लिए इनका उपयोग करना तुरंत प्रभाव से शुरू कर दिया है।
अनुदान, सहायता और दान के रूप में विदेशों से आने वाली कोविड राहत सामग्री की प्राप्ति और आवंटन के समन्वय के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में एक समर्पित समन्वय प्रकोष्ठ बनाया गया है। इस प्रकोष्ठ ने 26 अप्रैल, 2021 से काम करना शुरू कर दिया है। इस संबंध में 2 मई, 2021 से स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एक मानक संचालन प्रक्रिया को तैयार और कार्यान्वित किया गया है।
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