Dubai Tejas Crash: दुबई के एयर शो 2025 में एग्जीबिशन में हिस्सा ले रहा इंडियन एयर फोर्स का एक LCA तेजस फाइटर जेट शुक्रवार को क्रैश हो गया। बताया जा रहा है इस दुर्घटना में पायलट की मौत हो गई है।
तेजस फाइटर जेट को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के नगरोटा से इंडियन एयर फ़ोर्स के पायलट नमन सयाल दुबई उड़ा रहे थे, जो इस क्रैश में शहीद हो गए।
IAF ने एक्सीडेंट और पायलट की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि उसे जानलेवा चोटें आई हैं। उसने कहा कि HAL तेजस जेट क्रैश के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बनाई जा रही है।
Investigation into India’s jet Dubai crash launched
Another angle shows plane’s final sudden dive seemingly giving pilot no time to eject https://t.co/Bywz1SzYsY pic.twitter.com/0jpqqq7ZgM
— RT (@RT_com) November 21, 2025
उन्होंने कहा “आज दुबई एयर शो में एक एरियल डिस्प्ले के दौरान एक IAF तेजस एयरक्राफ्ट का एक्सीडेंट हो गया। एक्सीडेंट में पायलट को जानलेवा चोटें आईं। IAF को जान के नुकसान का गहरा अफसोस है और वह इस दुख की घड़ी में दुखी परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है। एक्सीडेंट के कारण का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी बनाई जा रही है।”
HAL तेजस जेट क्या है? (What is the HAL Tejas jet)
तेजस एक सिंगल-इंजन, मल्टी-रोल लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है। इसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने मिलकर IAF के लिए बनाया है।
IAF तेजस में बिना पूंछ वाला, कंपाउंड डेल्टा विंग डिज़ाइन है जिसमें “रिलैक्स्ड स्टैटिक स्टेबिलिटी” है, जो इसकी मैनूवरेबिलिटी और फुर्ती को बढ़ाता है।
तेजस भारत का पहला देसी फाइटर एयरक्राफ्ट है, भले ही इसमें विदेशी इंजन लगा हो। टेक्नोलॉजी डेमोंस्ट्रेटर-1 (TD-1) की पहली टेस्ट फ्लाइट 2001 में की गई थी। कई साल बाद 2016 में, इनिशियल ऑपरेशनल क्लीयरेंस (IOC) कॉन्फ़िगरेशन वाले सेकंड सीरीज़ प्रोडक्शन (SP2) तेजस एयरक्राफ्ट की पहली उड़ान भरी गई।
HAL तेजस कई काम करने में सक्षम है, जिसमें दुश्मन के एयरक्राफ्ट को हवाई तरीके से रोकना, हवा से ज़मीन पर हमला करना और एंटी-शिपिंग ऑपरेशन शामिल हैं — जो इसे एक फाइटर जेट के लिए एकदम सही बनाता है।
IAF तेजस को एल्युमिनियम-लिथियम एलॉय, टाइटेनियम एलॉय और एडवांस्ड कार्बन-फाइबर कम्पोजिट मटीरियल के मिक्स से बनाया गया है, जिससे यह एक हल्का एयरक्राफ्ट बन जाता है और इसलिए मुश्किल हालात में इसे चलाना आसान होता है।
ये कम्पोजिट मटीरियल एयरफ्रेम का वज़न के हिसाब से 45% और सरफेस एरिया के हिसाब से 90% हैं, जो इसे आज के एयरक्राफ्ट में सबसे हल्के एयरक्राफ्ट में से एक बनाता है। यह अपनी क्लास का सबसे छोटा सुपरसोनिक कॉम्बैट एयरक्राफ्ट भी है।
तेजस, HF-24 मारुत के बाद HAL का बनाया दूसरा जेट पावर्ड कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है। इस एयरक्राफ्ट के दो वेरिएशन हैं — मार्क 1 और मार्क 1A।
तेजस फाइटर जेट कई तरह के हथियारों से लैस है। इसमें I-Derby ER और एस्ट्रा बियॉन्ड-विजुअल-रेंज (BVR) एयर-टू-एयर मिसाइलें हैं, साथ ही R-73, Python-5 और ASRAAM जैसी कम दूरी की मिसाइलें भी हैं।
HAL तेजस में आगे के फ्यूजलेज के स्टारबोर्ड साइड पर एक एरियल रिफ्यूलिंग प्रोब भी लगा है।
24 साल की उड़ान में यह दूसरी बार है जब तेजस एयरक्राफ्ट क्रैश हुआ है। पहला क्रैश पिछले साल मार्च में जैसलमेर में हुआ था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

