नई दिल्लीः धर्म संसद अभद्र भाषा (Dharma Sansad hate speech case) मामले में पहली गिरफ्तारी में (Waseem Rizvi) वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी (Jitendra Narayan Tyagi) को गुरुवार को हरिद्वार जिले के रुड़की से गिरफ्तार किया गया।
हिंदू धर्म अपनाने के बाद अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण त्यागी रखने वाले रिजवी मामले के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामित 10 से अधिक लोगों में शामिल हैं। वह पूर्व में उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के प्रमुख ( Uttar Pradesh Shia Waqf Board) थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) योगेंद्र रावत ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि वसीम रिजवी को नारसन सीमा, रुड़की से गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में यह पहली गिरफ्तारी है। 17-19 दिसंबर तक हरिद्वार (Haridwar) में आयोजित धर्म संसद (Dharma Sansad) में कुछ प्रतिभागियों पर मुसलमानों के खिलाफ अत्यधिक भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया गया है।
यह पूछे जाने पर कि क्या और गिरफ्तारियां होंगी, एसएसपी ने कहा कि यह इस पर निर्भर करेगा कि जांच कैसे आगे बढ़ती है।
इस कार्यक्रम में भाषण देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उत्तराखंड सरकार (Uttarakhand Government) पर विभिन्न तबकों से जबरदस्त दबाव था।
घटना के इतने दिन बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बुधवार को राज्य सरकार की खिंचाई की थी।