उदयपुर: कन्हैयालाल (kanhaiyalal) का गला रेतने के बाद राजसमंद में पकड़े गए मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद के इरादे बेहद खौफनाक थे। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वे शहर में नूपुर शर्मा के समर्थक 5 लोगों का सर तन से अलग करना चाहते थे। इसके लिए सभी की रेकी भी करा ली गई थी।
हालांकि, कन्हैया के गला रेतने के बाद ही हत्यारों को दबोच लिया गया, लेकिन स्लीपर सेल को पूरी तरह ध्वस्त किए बिना ऐसी घटना की पुनरावृति होने की आशंका बनी रहेगी।
पूछताछ में फरहाद से हुए अहम खुलासे
उदयपुर हत्याकांड (Udaipur Massacre) में एनआईए की ओर से गिरफ्तार किए गए सातवें आरोपी फरहाद उर्फ बबला से पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, फरहाद को हिटलिस्ट में शामिल लोगों की रेकी का जिम्मा सौंपा गया था। उसने अपने स्थानीय गैंग की मदद से कन्हैया समेत 5 लोगों की रेकी की थी।
नूपुर शर्मा के समर्थकों की हर डिटेल जुटाई थी और रियाज-गौस के अलावा साजिश में शामिल सभी लोगों के साथ साझा किया गया था।
यह भी बताया जा रहा है कि 16 जून को आरोपियों ने एक गुप्त बैठक की थी और इसमें फरहाद ने ही हत्या के बाद वीडियो बनाने की सलाह दी थी ताकि इसे वायरल कर लोगों के बीच दहशत फैलाई जा सके।
मुख्य आरोपी रियाज का रिश्तेदार है फरहाद
फरहाद घटना के मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी का रिश्तेदार हैं। फरहाद को साजिश की पूरी जानकारी थी। सूत्रों के मुताबिक, रियाज और गौस को उसने आर्थिक मदद भी दी थी। अब फरहाद के गैंग के उन सदस्यों की भी तलाश की जा रही है, जो कन्हैया समेत अन्य लोगों की रेकी में शामिल थे।
बता दें कि उदयपुर के दीन शाह कॉलोनी में रहने वाले फरहाद को 30 जून को हिरासत में लेकर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है।