बंदरदेवाः चीनी पीएलए (PLA) ने अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के अपहृत 17 वर्षीय लड़के मिराम तारोन को भारतीय सेना को सौंप दिया है। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू ने गुरुवार को कहा कि युवक की चिकित्सा जांच सहित उचित प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
ऊपरी सियांग के सियुंगला क्षेत्र के लुंगटा जोर इलाके से 19 जनवरी को मिरान टैरोन का कथित तौर पर अपहरण किया गया था। रिजिजू ने बुधवार को कहा था कि चीनी पीएलए ने पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश के युवा भारतीय मिराम टैरोन को भारतीय पक्ष में वापस लाया जाएगा।
मामले में भारतीय सेना ने चीनी पक्ष के साथ आवश्यक व्यवस्थाओं का समन्वय किया है। भारतीय सेना ने 23 जनवरी को कहा था कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने लापता युवक टैरॉन ढूंढ लिया था। पीआरओ डिफेंस तेजपुर लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडे ने एक बयान में कहा चीनी सेना ने हमें सूचित किया है कि उन्हें अरुणाचल प्रदेश से एक लापता लड़का मिल गया है और उचित प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।
अरुणाचल पूर्व के भाजपा सांसद तपीर गाओ ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि चीनी सेना ने भारतीय क्षेत्र के अंदर से एक नाबालिग लड़के का अपहरण कर लिया है। उनके अनुसार घटना उस स्थान के पास हुई जहां त्सांगपो नदी अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है।
गाओ ने कहा कि टैरोन के दोस्त जॉनी यायिंग जो भागने में सफल रहे, जिन्होंने बाद में अधिकारियों को पीएलए द्वारा अपहरण के बारे में सूचित किया था।
मालूम हो कि सितंबर 2020 में चीनी पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले से पांच लड़कों का अपहरण कर लिया था और उन्हें लगभग एक सप्ताह बाद रिहा कर दिया था।
बताया जाता है कि उचित सड़कों की कमी के कारण क्षेत्र के ग्रामीण हमेशा अरुणाचल प्रदेश के दूरदराज के पहाड़ी इलाकों से गुजरने को मजबूर होते हैं।
बता दें कि भारत का अरुणाचल प्रदेश चीन के साथ 1080 किलोमीटर की सीमा साझा करता है।