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जोनाई में धूमधाम से मनाया गया कृषि उत्सव आलि आये लिगांग

जोनाईः असम की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति मिसिंग समाज में आज पूरे उत्साह के साथ कृषि उत्सव आलि आये लिगांग त्योहार मनाया। धेमाजी जिला के जोनाई महकमा के विभिन्न भागों में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। फागुन महीने के प्रथम बुधवार को पड़ने वाले मिशिंग समाज का कृषि उत्सव आलि आये लिगांग […]

जोनाईः असम की दूसरी सबसे बड़ी जनजाति मिसिंग समाज में आज पूरे उत्साह के साथ कृषि उत्सव आलि आये लिगांग त्योहार मनाया। धेमाजी जिला के जोनाई महकमा के विभिन्न भागों में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा हैं। फागुन महीने के प्रथम बुधवार को पड़ने वाले मिशिंग समाज का कृषि उत्सव आलि आये लिगांग के दिन उत्सवनुमा माहौल में कृषि कार्य का शुभारंभ किया जाता हैं। 

यह उत्सव पुरे एक माह तक चलता हैं, जिसमें अपने आराध्य मां बसुमति का परंपरागत तरीके से पूजन कर कृषि कार्य का शुभारंभ करने के साथ ही लोगो में उन्नति तथा सुख-शांति की कामना की जाती है। इस दिन युवक-युवतियां रंग-विरंगी परंपरागत पोशाक पहन कर नृत्य करते है। दूसरी ओर प्रति वर्ष फागुन महीने के पहले बुधवार को पड़ने वाले असम के द्वितीय वृहत जनजातीय जनगोष्ठिय मिसिंग सम्प्रदाय के जातीय कृषि उत्त्सव आलि आये लिगांग के दिन धेमाजी जिला में स्थानीय बंद की घोषणा की गई हैं।

धेमाजी जिला उपायुक्त नरसिंह पवार ने एक आदेश जारी कर आज 17 फरवरी  को मिसिंग सम्प्रदाय के आलि आये लिगांग उत्सव के दिन स्थानीय बंद की घोषणा की हैं। इस दिन सभी सरकारी तथा गैर सरकारी कार्यालयों के साथ ही स्कूल-कालेज भी बंद रहेंगे। इस घोषणा के बाद स्थानिय  मिसिंग समुदाय के लोगो में खुशी का माहौल देखा जा रहा है।

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