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जोनाई महकमा में करोड़ों रुपये की लागत से बनाये जा रहे पथ के निर्माण में धांधली का आरोप

जोनाईः असम के धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के अकलैन्ड मछुवा केंप से माजगांव कछाड़ी तक जाने वाली पथमार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पक्के पथमार्ग के निर्माण में अति निम्न स्तर की सामाग्री इस्तेमाल करने तथा निर्माणाधीन सड़क पर लगाये गये अलकतरा को हाथ से उखड़ने की घटना के बाद स्थानीय लोगों में व्यापक […]

जोनाईः असम के धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के अकलैन्ड मछुवा केंप से माजगांव कछाड़ी तक जाने वाली पथमार्ग प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के पक्के पथमार्ग के निर्माण में अति निम्न स्तर की सामाग्री इस्तेमाल करने तथा निर्माणाधीन सड़क पर लगाये गये अलकतरा को हाथ से उखड़ने की घटना के बाद स्थानीय लोगों में व्यापक प्रतिक्रिया देखी जा रही है। महकमे के लोक निर्माण विभाग के उप-संमडल विभाग स्थित कार्यालय के सहकारी कार्यवाही अभियंता सीमांत दास की मिलीभगत और चुप्पी ने ठेकेदारों को घोटाले करने में पूरी तरह से छूट दे दी है।

उल्लेखनीय है कि जोनाई महकमा के आकलैंड मछुवा केंप से माजगांव कछाड़ी तक जाने वाली 1.650 किलोमीटर लम्बी पथमार्ग (पैकेज नंबर एएस-04-163 बेस-3) और एक पक्के  पुल और दो कल्वर्ट के निर्माण के लिए 4,28,75000 रुपए आवंटन किए गए हैं।

आरोप लगाया गया हैं कि महकमा के उक्त महत्वपूर्ण पथमार्ग निर्माण के लिए सुरज अग्रवाल नामक एक ठेकेदार को निर्माण कार्य आवंटन किया गया था। मगर ठेकेदार सुरज अग्रवाल ने  इस पथमार्ग का निर्माण खुद न करके उप-ठेकेदार श्यामल सरकार को कमिशन लेकर दे दिया है। जिस कारण इस महत्वपूर्ण पथमार्ग के निर्माण कार्य अति निम्न स्तर का होने का आरोप लगाते हुए जोनाई महकमा के ताडीबस्ती आंचलिक गोरखा छात्र संघ ने इसका विरोध करते हुए पथमार्ग के निर्माण कार्य की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। गोरखा छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि सहकारी अभियंता सिमांत दास और कनिष्ठ अभियंता तथा पथ निर्माण में लिप्ट भ्रष्टाचारी ठेकेदार को कड़ी से कड़ी सजा देने कि मांग की है।

साथ ही ताड़ी बस्ती आंचलिक गोरखा छात्र संघ ने आरोप लगाते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत आवंटित करोड़ों रुपए ठेकेदार और जोनाई के लोक निर्माण विभाग के अभियंता तथा कनिष्ठ अभियंताओं की मिलीभगत के कारण निर्माण कार्य सम्पूर्ण होने के पूर्व ही कल्वर्ट, पक्का पुल और पथमार्ग के निर्माण में व्यापक धांधली की गई है।

साथ ही गोरखा छात्र संघ ने कहा है कि बेरा छापरी अंचल साल में करीब तीन-चार माह  लाली व ब्रह्मपुत्र नदी के बाढ के पानी में डूबा रहता है। इस प्रकार पथमार्ग के किनारे साईड बांध पर मिट्टी देना चाहिए, मगर ठेकेदार ने समीप की नदी के तट से बालू डालकर निर्माण कार्य करने के कारण इस पथमार्ग का निर्माण कार्य एकदम से घटिया हो गया है। गोरखा छात्र संघ ने इस पथ मार्ग के निर्माण की सीएम विजीलेंस टीम से जांच कराने की मांग की है।

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