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महंगाई की मार से आम आदमी परेशान, पेट्रोल सहित अधिकांश चीजों की कीमतों में हो रही वृद्धि

लखीमपुर (असम): कोरोना काल मे एक तरफ लोगों की आय में कमी हुई है, तो दूसरी तरफ पेट्रोल सहित अधिकांश खाद्य सामग्री की कीमतों में हो रही वृद्धि से मध्यम व निम्न श्रेणी के लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। खाद्य सामग्री की दर जिला प्रशासन द्वारा बीच-बीच मे निर्धारित की जाती है। यह अलग […]

लखीमपुर (असम): कोरोना काल मे एक तरफ लोगों की आय में कमी हुई है, तो दूसरी तरफ पेट्रोल सहित अधिकांश खाद्य सामग्री की कीमतों में हो रही वृद्धि से मध्यम व निम्न श्रेणी के लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। खाद्य सामग्री की दर जिला प्रशासन द्वारा बीच-बीच मे निर्धारित की जाती है। यह अलग बात है कि कुछ व्यापारी प्रशासन द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दाम वसूलते है, पर कुछ हद तक मूल्य नियंत्रित रहता है। प्रशासन द्वारा अपने-अपने प्रतिष्ठान में स्टॉक तथा मूल्य का उल्लेख कर ब्लैक बोर्ड रखने के आदेश का भी बहुतेरे लोग अवहेलना करते हैं।

मिठाई के मूल्यों पर किसी का नियंत्रण नहीं है। जब मर्जी दाम बढ़ा दिए जाते हैं। दिन-ब-दिन मिठाई का आकार और स्तर गिरता जा रहा है और दाम बढ़ते जा रहे हैं। पनीर बनाने में दूध का इस्तेमाल नाममात्र का किया जाता है। अधिकांश हिस्सा मिल्क पाउडर का रहता है, पर उसमे भी हाल के दिनों में 50 रु प्रति किलो की वृद्धि कर 450 रु प्रति किलो कर दिया गया है। काजू बर्फी में काजू की मात्रा कम चीनी ज्यादा होती है जो 800 रु प्रति किलो है। समोसे की कीमत कुछ साल पूर्व 5 रु से 10 रु की गई थी। कोरोना की दूसरी लहर में शहर के एक नामी होटल में समोसा 15 रु का कर दिया गया है। मिल्क पाउडर से बने दही के लिए आपको एक किलो के लिये 140 रु देना पड़ते हैं। कीमत में वृद्धि हो सकती है, पर उसकी एक सीमा होनी चाहिए। कुछ दुकानों में साफ-सफाई का भी ध्यान नहीं रखा जाता, जिसके चलते खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने शहर की दो दुकानों को बन्द करने का आदेश दे दिया।

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