लखीमपुर (असम): लखीमपुर के नवागत उपायुक्त सुमित सत्तावान ने आज अपने कार्यालय के सभागार में आयोजित एक प्रेस मीट में कहा, ‘‘फिलहाल कोविद-19 के संक्रमण और बाढ़ की समस्या को ही प्राथमिकता देनी होगी। कल कार्यभार संभालने के उपरांत मैंने स्वास्थ्य विभाग के कार्यो की समीक्षा की। कन्टेन्टमेंट जोन, स्वास्थ्य केंद्र टेस्टिंग और आइसोलेशन और चिकित्सा कार्यों का जायजा लिया। कल रात असामरिक चिकित्सालय के कोविड वार्ड का दौरा कर कोरोना के रोगियों से बात की। उनसे आहार या चिकित्सा सम्बन्धी किसी प्रकार की शिकायत सुनने को नहीं मिली। जल्द से जल्द नए भवन में कोविड-19 के चिकित्सकीय कार्य को स्थानांतरित किये जाने का हम प्रयास कर रहे हैं।’’
जिला उपायुक्त ने कहा कि टेस्टिंग के मामले में लोगो का सहयोग नहीं मिल रहा है। यदि लोग टेस्टिंग के लिए आगे आयेंगे और संक्रमित लोगो की चिकित्सा शीघ्र होगी तो मृत्यु दर को कम किया जा सकता है, साथ ही ऑक्सीजन पर निर्भरता भी कम हो जाएगी। टेस्टिंग से डरने की जरुरत नहीं है। टेस्टिंग कराकर पाॅजिटिव व्यक्ति समय से इलाज कराकर अपने साथ-साथ परिवार व् समाज को भी सुरक्षित कर सकते हैं। टेस्टिंग के लिए लोगों को जागरूक करने में मीडियाकर्मियों से सहयोग प्रदान करने का अनुरोध करते हुए लोगों से टेस्टिंग के लिए आगे आने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा कि हमारा पूरा प्रयास होगा कि जहा जहाँ कोविद-19 से संक्रमित लोगो की चिकित्सा हो रही है, वहां चिकित्सा के साथ-साथ अन्य सुविधायें बेहतर ढंग से उपलब्ध हों। उपायुक्त ने पत्रकारों से अनुरोध किया कि चिकित्सा या सुविधा में यदि कहीं कमी दिखे तो समय से वे उन्हें सूचित करें। उन्होंने मीडियाकर्मियों से प्रशासन के साथ मिलकर कोरोना महामारी से जूझने को कहा और उनके सुझाव पर ध्यान देने का आश्वासन भी दिया। एक ज्येष्ठ पत्रकार ने उपायुक्त से कहा कि प्रशासन और संवाद सेवियों में बेहतर सामंजस्य के लिए प्रशासन के किसी एक व्यक्ति को अधिकृत किया जाना चाहिए, जिनसे पत्रकार सही तथ्य प्राप्त कर सकें।
ऑक्सीजन की उपलब्धता के विषय में पूछे गये एक प्रश्न के जवाब में उपायुक्त ने कहा कि मेडिकल में जो सिलेंडर है उसका अभी तक इस्तेमाल नहीं हुआ है। घर में ऑक्सीजन के इस्तेमाल या होल्डिंग करके रखने को सरकार ने निषिद्ध कर दिया है फिर भी कुछ लोग अपने घर में इसका इस्तेमाल कर रहे है। हालत बिगड़ने पर वे अस्पताल जाते हैं पर ऑक्सीजन के इस्तेमाल किये जाने की बात को छुपा लेते हैं। इस काम के साथ ही यदि ऑक्सीजन की कालाबाजारी नहीं हो तो इसकी कमी नहीं होगी।
जिला उपायुक्त ने कहा कि बाढ़ से होने वाली क्षति को कम किये जाने की कोशिश की जाएगी। पत्रकारों ने चिकित्सालय मेडिकल कॉलेज कोंटेनमेंट जोन और आइसोलेशन सम्बंधित कतिपय त्रुटियों से जिलाधीश को अवगत कराया।
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