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SBI की जोनाई शाखा में KCC ऋण आवंटन में भारी अनियमितता, शिकायत के 3 माह बाद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप

जोनाईः धेमाजी जिला के जोनाई महकमा के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा में शाखा प्रबंधक पंकज कुमार सिंह के कार्यकाल में किसान क्रेड़िट कार्ड (KCC) ऋण के वितरण में व्यापक धांधली का आरोप लगाया गया था। पिछले 1 मार्च 2021 को मनोज कुमार प्रजापति, अमित कुम्बांग और सुरज कुमार पांड़े ने किसान क्रेड़िट […]

जोनाईः धेमाजी जिला के जोनाई महकमा के अंतर्गत भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा में शाखा प्रबंधक पंकज कुमार सिंह के कार्यकाल में किसान क्रेड़िट कार्ड (KCC) ऋण के वितरण में व्यापक धांधली का आरोप लगाया गया था। पिछले 1 मार्च 2021 को मनोज कुमार प्रजापति, अमित कुम्बांग और सुरज कुमार पांड़े ने किसान क्रेड़िट कार्ड (केसीसी) ऋण के वितरण के संदर्भ में एक शिकायत उक्त शाखा के प्रबंधक को दिया गया था। साथ ही इस शिकायत पत्र की प्रतिलिपी जोनाई के महकमाधिपति, जफोनाई चक्राधिकारी तथा आनलाइन के जरिए धेमाजी जिला उपायुक्त, भारतीय स्टेट बैंक के ईटानगर स्थित क्षेत्रिय प्रबंधक को भी प्रेषित किया गया था। 

उक्त शिकायत पत्र में आरोप लगाया गया था कि भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा के अधीन चालु वर्ष के फरवरी महीने तक जितने भी केसीसी ऋण  दिये गये हैं,  उनमें ज्यादातर फर्जी कागजात का उपयोग किया गया था। बैंक कर्मचारीयों की मिलिभगत से अज्ञात ऋण गिरोह ने वास्तविक किसानों को केसीसी ऋण से वंचित कर  उनलोगो के नाम पर ऋण का आवंटन करवाया जिनके नाम पर एक ईंच भी जमीन नही हैं। जिस कारण प्रकृत किसान केसीसी ऋण से वंचित हो गये।

साथ ही इस शिकायत पत्र में कहा गया था कि भारतीय स्टेट बैंक को जोनाई शाखा में केसीसी ऋण आवंटन के लिये की गई अनियमितता भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा-निर्देशों के साथ ही भारतीय स्टेट बैंक के नियमों का भी घोर उल्लंघन कर अपराध किया गया हैं। इस तरह के कार्यों से लोक प्राधिकरणों पर से आम जनता की आस्था को क्षति पहुंची हैं, और ये  भारतीय दंड़ विधि की धारा 420/409/467/468 और 120 (बी) के तहत गंभीर अपराध भी किया गया हैं। 

उल्लेखनीय है कि भारतीय स्टेट बैंक की उक्त शाखा के कर्मियों की मिलीभगत में ऐसे लोगों को ऋण दिया गया है, जिसकी वसूली करना काफी मुश्किल ही नहीं, बल्कि नामुमकिन भी  हैं। साथ ही ऐसे व्यक्तियों को भी केसीसी का ऋण दिया गया हैं। जिनके पास एक ईंच जमीन भी नही है।  

दूसरी ओर, इस संदर्भ में भारतीय स्टेट बैंक की जोनाई शाखा के प्रबंधक पंकज कुमार सिंह को शिकायत पत्र देने के दौरान आवेदनकर्ताओं ने अपील करते हुए कहा गया था कि चालू वर्ष के फरवरी माह तक केसीसी ऋण दिये गये लोगों की जमीन के कागजातों को कंप्यूटर से संपादित कर अन्य लोगों के नाम पर केसीसी ऋण दिया गया है। जिनके जमीन के कागजों को जोनाई के चक्राधिकारी कार्यालय में भेजकर सत्यापन कराया जाये। मगर शाखा प्रबंधक सिंह ने यह करने से साफ मना कर दिया था। जिस कारण केसीसी ऋण के संदर्भ में हुई अनियमितता की अतिशीघ्र उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की गई थी। मगर शिकायत दर्ज कराने के तीन माह बाद भी भारतीय स्टेट बैंक के ईटानगर क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया गया। जिससे लोगों के मन में चिंता सता रही है कि भारतीय स्टेट बैंक के नीचे से ऊपर तक कर्मचारियों के कमीशन और मिलीभगत में इस अपराध को अंजाम दिया गया है। स्थानीय लोगों ने जोनाई एसबीआई की शाखा में भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी कर्मचारियों को कड़ी से कड़ी सजा देने कि मांग कि गई है।

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