जोनाई: देश के अन्य भागों के साथ ही धेमाजी जिले के जोनाई महकमा के विभिन्न भागों में छठ पर्व पर डुबते हुए सुर्य भगवान को अर्घ्य अर्पित किया गया।जोनाई बाजार सार्वजनिक छट्ठ पूजा समिति, मुरकंगसेलेक रेलवे स्टेशन डांगरिया बाबा मंदिर छट्ठ पूजा समिति , मुरकंगसेलेक लखी नेपाली तीन आली दुर्गा मंदिर छट्ठ पूजा समिति, रुकसिन गेट सार्वजनिक छट्ठ पूजा समिति के बैनर तले क्रमश एमएसटीडी ब्लॉक पोखरा , डांगरिया बाबा मंदिर स्थित पोखरा , दुर्गा मंदिर स्थित पोखरा और दो नंबर रुकसिन गेट स्थित नदी घाट पर पुजा समितियों ने अपने घाटों पर सजावट के साथ ही लाइटिंग की व्यवस्था किया है। छठ पर्व के तीसरे दिन कार्तिक शुक्ल षष्ठी को छठ का महत्वपूर्ण दिन है। इसे डाला छठ के नाम से भी जाना जाता है। सूर्यदेव के तेज से शोभित छठ पूजा का ये त्योहार बीते 8 नवम्बर को शुरू हुआ था। वहीं बुधवार को शाम के समय डूबते हुए सूर्य को पहला अर्घ्य दिया गया। सूर्य षष्ठी का यह व्रत संतान की लंबी आयु, अच्छी सेहत, पारिवारिक सुख-समृद्धि और मान-सम्मान हेतु किया जाता है।
छठ के तीसरे दिन शाम को बांस की टोकरी में फलों, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि से अर्घ्य का सूप सजाया जाता है, जिसके बाद व्रती अपने परिवार के साथ सूर्य को अर्घ्य देती हैं। इसके साथ ही चौथे दिन सुबह उगते हुए सूर्य को दूसरा अर्घ्य दिया जायेगा और अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण किया जायेगा।
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