
जोनाईः धेमाजी जिले के सिलापथार शहर के दो नंबर फुलबारी स्थित किरात भवन के प्रांगण में भारतीय गोरखा सम्प्रदाय के लिम्बु (सुब्बा) जाति की एक महत्वपूर्ण सभा वृहस्पतिवार को आयोजित किया गया। जिसमें भारतीय गोरखा सम्प्रदाय के लिम्बु महासभा,असम की धेमाजी और लखीमपुर जिला समिति और केन्द्रीय समिति के पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। जिसमें सभा की अध्यक्षता लिम्बु महासभा के धेमाजी जिला समिति के स्थायी अध्यक्ष भक्त बहादुर लिम्बु ने किया। सभा की उद्देश्य-व्याख्या उत्तर बहादुर सुब्बा ने किया।
उक्त सभा में लिम्बु सम्प्रदाय के प्रमुख उत्सव चासोक तंनाम को आगामी 19 और 20 दिसंबर को दो दिवसीय कार्यक्रम के साथ सिलापथार शहर के दो नंबर फुलबारी स्थित किरात भवन के प्रांगण में आयोजन करने के लिये विचार विमर्श कर सिद्धांत लिया गया। जिसके लिए 51 सदस्यों की एक शक्तिशाली स्वागत समिति का गठन किया गया है। नवगठित स्वागत समिति में नयन लिम्बु को अध्यक्ष, हेम लिम्बु, सुश्री भानु लिम्बु को उपाध्यक्ष, गणेश लिम्बु को महासचिव, सुरज लिम्बु और सूश्री सुनिता लिम्बु को सह सचिव, प्रेम सुब्बा को सांस्कृतिक सचिव, चंद्र लिम्बु को कार्यालय सचिव और सुरज लिम्बु को कोषाध्यक्ष का दायित्व सौंपा गया है।
सभा में केन्द्रीय समिति के उपाध्यक्ष कुमार सिंह लिम्बु, सलाहकार मकर सुब्बा, हरि बहादुर लिम्बु, गणेश लिम्बु, लखीमपुर जिला समिति के अध्यक्ष विष्णु लिम्बु, बीर बहादुर लिम्बु और भुमि दाता कालि बहादुर लिम्बु आदि सहित लिम्बु सम्प्रदाय के वरिष्ठ नेता और स्थानीय लोगों ने हिस्सा लिया।
गोरखा समाज में सुब्बा जाति को उल्लेखनीय जाति में गिना जाता है। जिनका अपना लिपि भाषा, संस्कार, संस्कृति, उत्सव पर्व की एक अलग पहचान है।

Comment here
You must be logged in to post a comment.