Maharashtra Elections 2024: पुणे पुलिस ने सोमवार को मुंबई-बेंगलुरु हाईवे पर खेड़ शिवपुर टोल प्लाजा पर नाकाबंदी के दौरान एक कार से 5 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी जब्त की।
पुलिस ने इस संबंध में कार में सवार चार लोगों से पूछताछ की, जिसमें ड्राइवर भी शामिल है।
आगे की जांच के लिए नकदी को आयकर विभाग के अधिकारियों को सौंप दिया गया।
पुणे ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक पंकज देशमुख ने कहा, “नाकाबंदी (वाहन जांच) के दौरान एक सफेद इनोवा को रोका गया। इसकी जांच की गई और नकदी मिली…500 रुपये के नोट, जिनकी कीमत 5 करोड़ रुपये थी, कोल्हापुर की ओर ले जाए जा रहे थे।”
उन्होंने कहा, “आयकर विभाग ने मामले की जांच शुरू कर दी है।”
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कार में सवार चार लोगों में से एक ने दावा किया कि वह ठेकेदार है और नकदी उसकी है।
पुणे में नकदी जब्ती पर विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल महाराष्ट्र चुनाव से पहले पैसे बांट रहे हैं।
शिवसेना यूबीटी नेता आदित्य ठाकरे ने मीडिया से बात करते हुए कहा: “यह स्पष्ट है कि अगर यह सत्तारूढ़ दल का कोई व्यक्ति है, तो किसी को कभी पता नहीं चलेगा, क्योंकि हम पहले ही कह चुके हैं कि अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है, तो यह पता चल जाएगा। अगर ऐसा नहीं है, तो हर कोई वही अनुमान लगाना शुरू कर देगा जो आपने लगाया है।”
एनसीपी-एससीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा: “…क्या हेलीकॉप्टरों की जांच की जाती है? नहीं, उनकी जांच नहीं की जाती है। कोई नहीं जानता कि हेलीकॉप्टरों में कितनी नकदी जाती है। बड़े नेता बड़े बैग लेकर चलते हैं, क्या वे उन बैगों में कपड़े लेकर चलते हैं? उन हेलीकॉप्टरों में पैसे ले जाए जाते हैं…”
विपक्षी नेताओं ने यह भी दावा किया कि पुलिस को और नकदी मिली है, लेकिन उसमें से कुछ जब्त नहीं की गई।
सेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने आरोप लगाया था कि नकदी का संबंध मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायक शाहजीबापू पाटिल से है। उन्होंने यह भी दावा किया कि ₹10 करोड़ ले जा रही एक अन्य गाड़ी को पुलिस ने छोड़ दिया।
पाटिल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका उस कार से कोई लेना-देना नहीं है।
महाराष्ट्र में आचार संहिता लागू है, क्योंकि 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं।
(एजेंसी इनपुट के साथ)