नई दिल्लीः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर भाजपा द्वारा भारत के लोकतंत्र और संघीय ढांचे पर ‘हमलों’ को उजागर किया। राज्य में निर्धारित दूसरे चरण के चुनाव से ठीक पहले, सीएम बनर्जी का पत्र विपक्षी नेताओं से समर्थन लेने का संकेत देता है। पत्र से यह भी संदेश मिलता है कि केंद्र के कार्यों के कारण गैर-भाजपा शासित राज्य कैसे पीड़ित हैं।
उन्होंने लिखा, ‘‘भारत में लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर केंद्र में भाजपा और इसकी सरकार द्वारा किए गए हमलों के खिलाफ मैं अपनी गंभीर चिंताओं को व्यक्त करने के लिए यह पत्र आपको और कई गैर-भाजपा दलों के कई नेताओं को लिख रही हूं।’’
बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक सहित कई नेताओं को पत्र लिखे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट और प्रभावी संघर्ष का समय आ गया है।’’
ममता ने संसद के दोनों सदनों द्वारा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक के पारित होने पर केंद्र पर हमला करते हुए इसे ‘अत्यंत गंभीर’ विषय बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘इस कानून के साथ, केंद्र में भाजपा सरकार ने व्यावहारिक रूप से दिल्ली की लोकतांत्रिक रूप से चुनी हुई सरकार की सभी शक्तियों को छीन ली हैं, और उन्हें केंद्र के एक उपराज्यपाल के हाथों में सौंप दिया है। उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया है और वह गृहमंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक छद्म रूप से काम करेगा।’’
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
Comment here
You must be logged in to post a comment.