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ब्लैकमेलिंग के आरोप में तथाकथित संवाददाता गिरफ्तार, धमकी देकर कर रहा था रकम की मांग

लखीमपुर (असम): सोशल मीडिया के कुछ लोग पत्रकारिता को दो नम्बर की कमाई का जरिया बनाकर इस पवित्र और सम्मानजनक पेशे को बदनाम और कलंकित कर रहे है। वेब पोर्टल, यू ट्यूब चैनल और फेसबुक पेज और न्यूज पोर्टल कुकुरमुत्ते की तरह बढ़ते जा रहे है और उसी अनुपात में बढ़ रहे है पत्रकार या […]

लखीमपुर (असम): सोशल मीडिया के कुछ लोग पत्रकारिता को दो नम्बर की कमाई का जरिया बनाकर इस पवित्र और सम्मानजनक पेशे को बदनाम और कलंकित कर रहे है। वेब पोर्टल, यू ट्यूब चैनल और फेसबुक पेज और न्यूज पोर्टल कुकुरमुत्ते की तरह बढ़ते जा रहे है और उसी अनुपात में बढ़ रहे है पत्रकार या संवाददाता। इनमें से कुछ न्यूज चैनलों पर भ्रामक और गलत खबरों की भरमार रहती है, जिसके चलते पाठको तक सही खबर नहीं पहुंच पाती है। इन्ही में से कुछ लोग पत्रकरिता की आड़ में धंधा कर रहे हैं। लोगो को ब्लैकमेल कर पैसा उगाहना ही इनका काम है। इन जैसों के चलते सच्चे, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ पत्रकारों को भी शर्मिंदा होना पड़ता है।      

ऐसा ही एक मामला असम के लखीमपुर में सामने आया है। ब्लैकमेलिंग कर कुतुबपुर में मांग की गई रकम लेने गए म् छमूे छम् नामक फेसबुक पेज के तथाकथित संवाददाता अब्दुल कलाम को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। खबर है कि अब्दुल कलाम ने  बरसला के एक निर्धन परिवार से ओसी और एसपी के नाम से 70 हजार रूपये की मांग की थी। उसने यह भी धमकी दी थी कि रुपये नहीं देने पर वह उस परिवार के खिलाफ खबर प्रसारित कर उन्हें बर्बाद कर देगा। मांगी गई रकम की प्रथम किश्त के रूप उसने 10 हजार रूपये ले भी लिए थे। दूसरी किश्त के 10 हजार लेने गए अब्दुल को स्थानीय लोगों ने रंगे हाथ दबोच लिया। 

उत्तेजित जनता ने तथाकथित पत्रकार को घेरकर उसकी पिटाई की दी। पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और हालात को नियंत्रित किया। परिवार से रूपए की मांगकर उन्हें परेशान करने की वीडियो रिकार्डिंग कल वायरल हो गई थी। अब्दुल की मंशा लखीमपुर शहर में दफ्तर खोलकर अपने उगाही के बिजनेस को आगे बढ़ाने की थी। फिलहाल अब्दुल को बंगाल मरा थाने में रखा गया है और मामले की छानबीन की जा रही है।

 

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