लखीमपुरः श्रीकृष्ण गोकुलम की लखीमपुर जिला समिति के सौजन्य से आजाद तीनाली शिव मंदिर के प्रांगण में आज श्रीकृष्ण गोकुलम के प्रमुखों के लिए एक एकदिवसीय कार्यशाला (प्रशिक्षण) का आयोजन किया गया जिसमे 30 गोकुलम के प्रमुख उपस्थित थे। कार्यक्रम का श्रीगणेश आजाद शिव मंदिर के नामघरिया अकन बरा द्वारा किये गए दीप प्रज्ज्वलन से शुरू हुआ। जिला सम्पादक चम्पक गगोई ने कार्यक्रम का संचालन किया १उन्होने उपस्थित सभी लोगों से पूर्ण सहयोग प्रदान कर कार्यशाला को सफल बनाने का आह्वान किया।
श्रीकृष्ण गोकुलम के जिलाध्यक्ष गुणकान्त शर्मा ने उपस्थित गोकुलम प्रमुखों के समक्ष श्रीकृष्ण गोकुलम के लक्ष्य और उद्देश्य के विषय में सुन्दर वक्तव्य प्रस्तुत किया साथ ही श्रीकृष्ण गोकुलम के प्रमुखों का बालक बालिकाओं को संस्कारित करने के लिए गोकुलम को सुचारू रूप से चलाने का आह्वान किया। इसके उपरांत श्रीकृष्ण गोकुलम के विभाग संयोजक हरेन डेका सांगठनिक पहलू की विस्तृत व्याख्या की।
आज की कार्यशाला का मार्गदर्शन किया राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर असम प्रान्त के सह संचालक गीताचार्य श्री पुरंदर बरुवा ने!उन्होंने भारतीय संस्कृति की आख्या श्रीकृष्ण संस्कृति से की। जिस तरह से गोकुल में श्रीकृष्ण गीत ,नृत्य ,वाद्य आदि की क्रिरा किया करते थे उसी आदर्श को बालक बालिकाओं के माध्यम से आगे ले जाने की जरुरत पर श्रीबरुवा ने विशेष बल दिया। उन्होंने भारतीय हिन्दू संस्कृति तथा पाश्चात्य संस्कृति में पार्थक्य के विषय में भी वक्तृता दी। इसके पश्चात् प्रमुखों द्वारा प्रस्युत सांस्कृतिक और मनोहारी कार्य क्रम में रूबी दत्त ने कविता पाठ,प्रतिभा नाथ ,कुञ्ज चेतिया ,और खिरदा बाई देव ने दिहानाम प्रस्तुत किया। प्रशिक्षण के इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पानीगाँव खंड के कार्यवाह भास्कर बरा भी उपस्थित थे। सभा के मध्य में किशोरी गोकुलम नंदिनी ने एक सुन्दर कृष्ण नृत्य प्रस्तुत किया !अंत में सभापति के मंतव्य तथा कल्याण मन्त्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। इस आशय की जानकारी कृष्णगोकुलम के लखीमपुर जिलाध्यक्ष श्रीगुण कान्त शर्मा ने एक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
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