लखीमपुर (असम): नगांव जिले के होजाई के उदाली कोविड सेंटर में गत 31 मई को चिकित्सक पर जानलेवा हमले में लिप्त और दो अपराधियों इमदादूर रहमान और नूर हुसैन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अब तक इस हमले के 26 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमे एक नाबालिग को छोड़ बाकी सभी को पुलिस की कस्टडी में दिया गया है।
दूसरी तरफ मारियानी चाय बागान के अस्पताल में भी कुछ उद्दंड लोगो ने कोरोना योद्धा के रूप में कोविड महामारी से निपटने के लिए ड्यूटी पर तैनात एक डॉक्टर के साथ मारपीट करने की कोशिश की। पर वे सफल नहीं हो सके, क्योकि डॉ भागकर एक कमरे में छिपने में सफल हो गये। अस्पताल में राजू रविदास नामक रोगी की मौत हो गई। हमलावरों का आरोप है कि डॉक्टर की लापरवाही के चलते रोगी की मौत हुई है।
पत्रकार के सम्मुख प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए ज्येष्ठ चिकित्सिका डॉ दीप्ति रानी शर्मा ने लोगों से कहा, प्लीज हमें भगवान मत बनाइये। हम मनुष्य हैं, मनुष्य की तरह हमे शांति से अपना काम करने दीजिये। लोगों की जान बचाने के लिए डॉ, नर्स और स्वास्थ्यकर्मी रात-दिन अपनी और अपने परिवार की परवाह किये बिना ड्यूटी निभा रहे है। दुधमुहे बच्चों को छोड़कर अस्पताल में सेवा दे रहे है। यहाँ तक कि गर्भवती महिलाओं को भी ड्यूटी देनी पर रहीं है। इस प्रकार के हमले होने से हमे भी कोई कदम उठाने की जरूरत होगी फिर मुश्किल होगी।
आज राज्य के चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों ने काम रोककर प्रतिवाद किया। चिकित्सको की संस्था की तरफ से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को शिकायती पत्र भेजा गया है।
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