लखनऊ: यूपी के भाजपा सांसदों को दिल्ली बैठक में बुलाए जाने पर सपा मुखिया अखिलेश यादव के तंज पर यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने तगड़ा पलटवार किया है। अखिलेश को लालबुझक्कड़ को भी मात देने वाला बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने पार्टी को खड़ा करने वाले खून के रिश्तों को ही दूर कर दिया हो उसे दूसरों को लेकर कल्पना लोक की सैर करने की बजाय अपनी चलनी के 72 छेद की फिक्र करनी चाहिए।
बीजेपी में संगठन स्तर पर विधायकों व सांसदों के साथ प्रदेश व शीर्ष नेतृत्व की बैठक होती रहती है। इसी सिलसिले में उत्तर प्रदेश के भाजपा सांसदों की बैठक दिल्ली में बुलाई गई है। इस बैठक पर तंज कसते गए पूर्व मुख्यमंत्री व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘भाजपा आज अपने उत्तर प्रदेश के सांसदों को यूपी की दुर्दशा व दुर्गति का हाल दिल्ली बुलाकर पूछ रही है। इससे पता चलता है कि दिल्ली तथा लखनऊ में कितनी दूरी है।’ सपा मुखिया के इस ट्वीट पर यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने करारा जवाब दिया है। सिंह ने एक बयान में कहा कि अखिलेश यादव का बयान उनकी कुंठा व हताशा का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि जो लोग अपनी और अपनी पार्टी की बजाय दूसरों की चिंता करते हैं उनको क्या कहते हैं, यह लोग भी जानते हैं और सपा मुखिया भी। यूपी के सांसदों को दिल्ली किसलिए बुलाया गया है, यह बताकर तो उन्होंने लालबुझक्कड़ को भी मात दे दी। सिंह ने सपा मुखिया को सलाह दी कि बेहतर हो कि दूसरे का छेद देखने की जगह आप अपनी 72 छेद वाली चलनी देखें।
सरकारी प्रवक्ता ने आगे कहा कि भाजपा में दिल्ली और लखनऊ के बीच दूरी की कपोल कल्पना करने वाले महानुभाव को सत्ता का आसमान हासिल करने को अपने ही परिवार के बीच पैदा की गई खाई की अपनी हकीकत बिलकुल ही भूल गए। परिवार में भाई-भाई को दूर करने का खिताब किसके नाम है! कुर्सी के लिए अपने खून के उन रिश्तों को भी ठिकाने लगाना भी याद नहीं रहा जो आपकी पिता की पार्टी को खड़ा करने में कभी दरी चटाई बिछाकर सोते रहे। सत्ता सुख में मशगूल होकर इतने मगरूर रहे कि कुर्सी पर बैठाने वाली जनता को भी भूल बैठे थे। खैर आप भले ही भूल गए हों, जनता को साढ़े चार साल पहले भी याद था और आज भी है। जनता ने तब भी आपको नकारा साबित किया था और आज भी आपकी लानत मलानत करने को बेकरार है।
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