उत्तर प्रदेश

आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेना और उन्हें बिना किसी सरकारी मदद के सुविधा सम्पन्न बनाना एक अभिनन्दनीय पहल: योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र सामाजिक व्यवस्था की नींव हैं। कोरोना कालखण्ड में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने निगरानी समितियों से जुड़कर बहुत अच्छे कार्य किए हैं। योगी ने बुधवार को कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेना और उन्हें बिना किसी सरकारी मदद के सुविधा सम्पन्न बनाना एक अभिनन्दनीय […]

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्र सामाजिक व्यवस्था की नींव हैं। कोरोना कालखण्ड में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने निगरानी समितियों से जुड़कर बहुत अच्छे कार्य किए हैं। योगी ने बुधवार को कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेना और उन्हें बिना किसी सरकारी मदद के सुविधा सम्पन्न बनाना एक अभिनन्दनीय पहल है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में 3-5 वर्ष के बच्चे आते हैं। यह वह समय है, जहां पर हम उन्हें जैसी दिशा देना चाहेंगे, उनका आगे का जीवन हमें उसी रूप में बढ़ता हुआ दिखायी देगा।

उन्होने कहा कि प्रदेश ने कोरोना की प्रथम लहर को सफलतापूर्वक नियंत्रित करने के साथ ही दूसरी लहर की तमाम चुनौतियों से मिलकर लड़ते हुए अपने सफल प्रयास किए हैं, जिसकी सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन व अन्य ने की है। इन सफल प्रयासों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, कोरोना वाॅरियर्स, आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की सराहनीय भूमिका रही है। इस दौरान उन्होंने स्वयं विभिन्न जिलों का दौरा किया तथा स्थिति की लगातार समीक्षा की। गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग का कार्य तथा मेडिसिन किट प्रदान करती हुई दिखीं। उत्तर प्रदेश के इस श्रेष्ठ निःशुल्क ‘मेडिसिन वितरण कार्यक्रम’ की नीति आयोग व दुनिया की अन्य संस्थाओं ने सराहना की तथा इस माॅडल को अपनाने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीनेशन एक सुरक्षा कवच है। 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का वृहद अभियान प्रारम्भ किया गया था। इस निःशुल्क वैक्सीनेशन अभियान में हेल्थ वर्कर्स के साथ कोरोना वाॅरियर्स को भी जोड़ा गया है, जिसमें आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां अपनी पूर्ण निष्ठा व परिश्रम के साथ निरन्तर सक्रियता से जुड़ी हुई हैं।

उन्होने कहा कि विशेषज्ञों ने कोरोना संक्रमण थर्ड वेव की आशंका व्यक्त की है। प्रदेश में थर्ड वेव से बचने के लिए निगरानी समितियों से जुड़कर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर जाकर स्क्रीनिंग और बच्चों को मेडिसिन किट निःशुल्क उपलब्ध करवाने का कार्य कर रही हैं। बच्चों को 0-1, 1-5, 5-12 एवं 12-18 वर्ष की 04 श्रेणियों में बांटकर मेडिसिन किट को गांव-गांव, मोहल्ले-मोहल्ले में निःशुल्क वितरित किया जा रहा है।

कोरोना नियंत्रण के इन सभी कार्यों को आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने बड़ी ही विश्वसनीयता एवं तत्परता से स्वयं को महामारी से बचाते हुए आगे बढ़ाया है, जो एक अद्भुत कार्य है।

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