लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने युवाओं को खेल में बढ़ावा देने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। उन्होंने हाल ही में सभी ओलंपियन को लखनऊ बुलाकर सम्मानित किया और पदक विजेताओं को नकद धनराशि पुरस्कार स्वरूप दी। सीएम ने बैडमिंटन और कुश्ती को गोद भी लिया है। सरकार की ओर से अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति का सख्ती से पालन किया जा रहा है। प्रदेश के इतिहास में पहली बार सवा चार लाख करोड़ रुपए का निवेश आया है। पिछले कुछ सालों में प्रदेश में माहौल बदला है और उसी का नतीजा है कि आईपीएल में अब लखनऊ की टीम भी होगी।
सीएम योगी प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए हाल ही में खिलाड़ियों की डाइट मनी ढाई सौ रुपए से 375 रुपए बढाया है। पहले राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीतने पर 50 हजार रुपए दिए जाते थे, जिसे सीएम योगी ने बढ़ाकर 10 लाख रुपए किया है। इसके अलावा उन्होंने 50 अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही खेल विभाग में 266 पदों पर नियुक्ति के आदेश दिए हैं। इसमें 16 क्रीडा अधिकारी, 100 उप क्रीडा अधिकारी, डेढ़ सहायक प्रशिक्षक शामिल हैं।
सरकार की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में ग्रामीण स्टेडियमों का निर्माण और ओपेन जिम की स्थापना कराई जा रही है। मेरठ में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना कराई जा रही है। सीएम के निर्देश पर पुलिस में खिलाड़ियों को नौकरी देने के लिए गृह विभाग की ओर से नीति बनाई जा रही है और जल्द जारी होने की उम्मीद है। खेलों के विकास और उदीयमान खिलाड़ियों को बेहतर प्रशिक्षण के लिए निजी सहभागिता से खेल अकादमियों को विकसित किए जाने की नीति प्रख्यापित की गई है। पूर्व जिला क्रीडा अधिकारी समरीश सोमाल यह प्रदेश में बदले माहौल का नतीजा है और खेल के क्षेत्र में बहुत बड़ी उपलब्धि है। प्रदेश में पहली बार खेल को गंभीरता से लिया गया है और सीएम योगी ने खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
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