लखनऊ: यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने जिला पंचायत चुनाव परिणामों के बाद 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर 300 से ज्यादा सीटें जीतने का भरोसा जताया है। इस दौरान ब्ड योगी ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा है कि 2019 में विपक्ष की हार के कारणों को ईवीएम में बीजेपी की सेटिंग करार देने की कोशिश की गई थी। किंतु अब जिला पंचायत चुनाव में EVM की जगह बैलेट पेपर थे। अब विपक्ष को अपनी हार मान लेनी चाहिए और जनता का भरोसा जीतने के प्रयास करने चाहिए।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2019 में एक मुहिम चलाई गई थी कि म्टड की वजह से हार हुई, लेकिन इसमें तो बैलेट पेपर ही था। उसके बाद भी हार हुई. सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने इटावा, बलिया आदि में जीत गई, तो क्या यह जिले यूपी से बाहर हैं। यह निष्पक्षता का एक मानक है। अगर विपक्ष जीत गया तो समर्थन है और अगर हम जीत गए तो यह प्रशासन का दुरुपयोग है।
उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी तंज कसा कि यह तो कड़वा-कड़वा थू और मीठा-मीठा गप. यह नहीं चलेगा। मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी भ्रमित है और इसी कारण यह लोग लगातार भ्रम ही पैदा कर रहे हैं। ब्ड योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बारे में कहा कि वह हमारे देश के एक बड़े नेता हैं। अगर उन्होंने भाजपा को (2022 के विधानसभा चुनाव के लिए) चुनौती दी है तो ठश्रच् के कर्मठ कार्यकर्ता ने उनकी (असदुद्दीन ओवैसी) चुनौती स्वीकार कर ली है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में (2022 में) सरकार बनाएगी। पंचायत चुनाव पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उसमें भी भाजपा ही जीती है। ग्राम प्रधान चुनाव में ज्यादातर भाजपा के कार्यकर्ता ही जीते हैं। क्षेत्र पंचायत के सदस्य भी भाजपा के कार्यकर्ता ही जीते हैं। भाजपा और भाजपा समर्थक कार्यकर्ताओं की संख्या 3050 में से 1500 से ज्यादा थी।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन के बड़े केंद्र शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर, संभल, बागपत आदि थे, लेकिन सिर्फ बागपत को छोड़कर बाकी सीटें भाजपा ही जीती है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.