लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विकास कार्यों के लिए धनराशि की कोई कमी नहीं है। बशर्ते बनाई गई कार्य योजना समयबद्ध ढंग से आगे बढ़े। विकास हरेक नागरिक के जीवन में व्यापक परिवर्तन लाएगा। इसी से खुशहाली आएगी। रोजगार के नए अवसर सृजित कर आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को भी साकार करेगा। इसलिए किसी भी गांव, कस्बे में कोई योजना स्वीकृत हो तो बिना व्यवधान डाले हम सबको उसका स्वागत करना चाहिए। विकास कार्य किसी व्यक्ति या समुदाय के लिए नहीं होती, बल्कि वह सबके लिए होती है। सबका साथ और सबका विकास का भाव निहित होता है, यह भाव ही सबके विश्वास का प्रतीक भी सभी को बनता है।
मुख्यमंत्री योगी बुधवार को महायोगी गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में लोकार्पण एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। प्रेक्षागृह में इतनी भीड़ थी कि लोग खड़े होकर सीएम का उदबोधन सुन रहे थे। योगी ने कहा कि जहां लोग जागरूक नहीं, वहां विकास कार्यों में अडंगाबाजी शुरू हो जाती है। विकास कार्य में देरी से लागत बढ़ती है। बढ़ी लागत स्वीकृत कराने में वक्त लगता है, इसलिए परियोजना समय से पूरी नहीं हो पाती। लोग उसके लाभ से वंचित रह जाते है। इस कारण जनप्रतिनिधि, शासन, प्रशासन को भी कटघरे में खड़ा होना होता है। हम सब का दायित्व बनता है कि बिना किसी बाधा के परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से आगे बढ़ाने के लिए योगदान देना चाहिए।
सीएम ने कहा कि गोरखपुर ग्रामीण, पिपराइच, सहजनवा, गोरखपुर शहर, बांसगांव, खजनी, पिपराइच विधानसभा क्षेत्र की जिन परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ वे कोरोना संक्रमण के दौर में पूर्ण हुई। जब देश में कोरोना के कारण लॉकडाउन था कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए हमनें विकास कार्यों को भी जारी रखा। कोरोना के सक्रमण से बचाव के लिए निर्धारित गाइड लाइन का अनुपालन करते हुए जीविका और जीवन बचाने का काम जारी रखेंगे।
उन्होंने आश्वस्त किया कि जब तक कोरोना खत्म नहीं हो जाता, सरकार गरीब मजदूर के परिवारों की चिंता करेगी। कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बहुत सारे परिवारों के समक्ष संकट आया, लेकिन सरकार का सम्बल उनके साथ था। केंद्र सरकार ने पहली लहर और दूसरी लहर में तमाम घोषणाएं की। दूसरी लहर में भी मई से लेकर दीपावली तक हर गरीब को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत नि:शुल्क खाद्यान उपलब्ध कराया जा रहा है। राज्य सरकार ने जून, जुलाई और अगस्त माह के लिए पात्र गृहस्थी और अंत्योदयकार्डधारक को मुफ्त खाद्यान उपलब्ध करा रही है। हम सब का दायित्व है कि हरेक नागरिक को इन योजनाओं का लाभ ईमानदारी से मिले।
सुप्रीम कोर्ट ने यूपी के मॉडल की सराहना की
सीएम ने कहा कि कोरोना काल खण्ड में उत्तर प्रदेश सरकार देश भर से घर वापसी करने वाले 40 लाख प्रवासी कामगारों को स्किल मैपिंग कर उन्हें रोजगार एवं स्वरोजगार उपबल्ध कराया। इस मॉडल की सुप्रीम कोर्ट ने सराहना की। ऐसे लोगों को आसान दरों पर विभिन्न योजनाओं में अनुदान पर ऋण उपलब्ध कराया। पीएम स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, एक जिला एक उत्पाद योजना, पीएम स्टार्टअप योजना सरीखे ऐसे कई कार्यक्रम है जिनसे जुड़ कर स्थानीय स्तर पर रोजगार किया जा सकता है।
Comment here
You must be logged in to post a comment.