नई दिल्लीः राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने बुधवार को उत्तर प्रदेश चुनाव (UP Election) से पहले भाजपा (BJP) के साथ हाथ मिलाने की पेशकश को ठुकरा दिया। सोशल मीडिया पर, चौधरी अब निरस्त कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों की मौत पर भाजपा को लताड़ा। चौधरी ने हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘मुझे निमंत्रण न भेजें, उन 700 किसानों के परिवारों को भेजें जिनके घर आपने तबाह कर दिए हैं।’’
संगीत सोम, संजीव बाल्यान और प्रवेश वर्मा जैसे भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें भगवा खेमे में शामिल होने का खुला निमंत्रण दिए जाने के बाद रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष को यह झटका लगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जिन्होंने वर्मा के घर पर पश्चिमी यूपी के जाट नेताओं से मुलाकात की, ने यह भी कहा कि रालोद प्रमुख ने इस बार ‘गलत घर (गठबंधन) चुना था, लेकिन उनके लिए दरवाजे अभी भी खुले हैं‘।
बीजेपी के तेजतर्रार हिंदू नेता सोम ने पहले दिन में कहा, “अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी को धोखा दिया है। उनके पिताजी ने अजीत सिंह को धोखा दिया था, अब उनके बेटे ने धोखा दिया है।’’
भाजपा के पश्चिमी दिल्ली के सांसद वर्मा ने कोरस में शामिल हुए और कहा कि चौधरी ने गलत रास्ता चुना है। जाट समुदाय के लोग उनसे बात करेंगे और उनके लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं।
चौधरी को लुभाने के लिए भाजपा के कदम को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट-मुस्लिम वोटों के किसी भी मजबूतीकरण के लिए सावधानीपूर्वक तैयार किया गया है, जो इस क्षेत्र में भाजपा की जीत की संभावना को कम कर सकता है। इसलिए सत्तारूढ़ दल रालोद प्रमुख पर हमला करने से बच रहा है और इसके बजाय सपा पर जाटों को धोखा देने का आरोप लगा रहा है।
भाजपा ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सपा के मुस्लिम उम्मीदवारों के वीडियो, जो कथित तौर पर जाट समुदायों को उन्हें वोट देने की धमकी दे रहे हैं, सभी को देखने के लिए प्रसारित किए जाएं। कैराना से सपा-रालोद प्रत्याशी नाहिद हसन के समर्थकों का वीडियो हो या मेरठ (दक्षिण) विधानसभा से सपा-रालोद प्रत्याशी आदिल चौधरी का।
(एजेंसी इनपुट के साथ)