उत्तर प्रदेश

कानपुर हिंसा: गली-गली उपद्रवियों के हमदर्दों को तलाश रही ATS

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिंसक बवाल को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में गली-गली घूम-घूम कर ATS ने गुरुवार को उपद्रवियों के हमदर्दों के बारे में जानकारियां जुटा रही है। बवाल वाले स्थान पर लोगों से पूछताछ की। बंदी के आह्वान के लिए हुई बैठकों में जुटे लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई है। […]

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में हिंसक बवाल को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में गली-गली घूम-घूम कर ATS ने गुरुवार को उपद्रवियों के हमदर्दों के बारे में जानकारियां जुटा रही है। बवाल वाले स्थान पर लोगों से पूछताछ की। बंदी के आह्वान के लिए हुई बैठकों में जुटे लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई है। PFI के लिए फंड मैनेज करने वाले संदिग्ध के कनेक्शन की आशंका में एक टीम बरेली भी गई है।

ATS ने बेकनगंज, चमनगंज, पेंचबाग, चमड़इयां, दादा मियां चौराहा आदि क्षेत्रों में घूम-घूम कर क्षेत्रीय लोगों से कई बिंदुओं पर जानकारियां जुटाईं। यह भी टोह ली कि उपद्रव में लोकल अपराधियों की भूमिका कितनी रही। अपराधियों के संपर्क में कौन था। अपराधियों के शामिल होने की पुष्टि पहले ही हो चुकी है। इस मामले में कराई गई FIR में डीटू व अन्य गैंग के अपराधियों के नाम हैं।

पीएफआई को फंडिंग के तार बरेली से जुड़े
शुक्लागंज और उन्नाव में धरपकड़ के बाद एटीएस अन्य जिलों से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है। इस कड़ी में बरेली के एक संदिग्ध का ठिकाना पता चला है। एटीएस को पता चला है कि पीएफआई को फंडिंग के तार बरेली से जुड़े हैं। बरेली में रहने वाला संदिग्ध ही फंड मैनेजमेंट करता है। उसके गिरफ्त में आने के बाद इस खेल का और खुलासा होगा।

मास्टरमाइंड जफर के ननिहाल में पुलिस की दबिश
कानपुर दंगे के मुख्य आरोपी और मास्टरमाइंड जफर हयात के ननिहाल भदोही के मामदेवपुर मोहल्ले में पुलिस और खुफिया विभाग की टीम ने गुरुवार देर रात दबिश दी। इस दौरान कई लोगों को हिरासत में लेकर टीम ने पूछताछ की। जफर हयात डेढ़ माह पहले भदोही आया था।