लखनऊ: प्रत्येक परिवार में कम से कम एक व्यक्ति को रोजगार या स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल के तहत, राज्य सरकार ‘मेगा जॉब फेयर’ के माध्यम से एक सप्ताह में 26,000 से अधिक युवाओं को रोजगार प्रदान करेगी।
मिशन रोजगार के तहत 23 मई से उत्तर प्रदेश के 14 संभागीय मुख्यालयों में ‘मेगा जॉब फेयर’ (Mega Job Fairs) का आयोजन किया जा रहा है। इन रोजगार मेलों में 26,000 से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा।
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित किये जा रहे रोजगार मेलों में तकनीकी शिक्षा पृष्ठभूमि वाले व अन्य युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा. रोजगार मेलों में 315 से अधिक कंपनियों को आमंत्रित किया गया है और मेलों में विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधि बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगे.
गोरखपुर में सोमवार को आयोजित जॉब फेयर में एलएंडटी और अशोक लीलैंड जैसी प्रमुख कंपनियों सहित लगभग 24 कंपनियों के माध्यम से 1,406 उम्मीदवारों को रोजगार प्रदान किया गया।
आजमगढ़, सहारनपुर, अलीगढ़ में रोजगार मेलों का आयोजन मंगलवार को किया जाएगा, जबकि अयोध्या और बस्ती में बुधवार को रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा, इसके बाद गुरुवार को लखनऊ, गाजियाबाद, झांसी में रोजगार मेलों का आयोजन किया जाएगा। राज्य के विभिन्न स्थानों पर 30 मई तक रोजगार मेले का आयोजन किया जाएगा।
इस तरह के रोजगार मेलों का उद्देश्य नियोक्ताओं और रोजगार पाने के इच्छुक युवाओं के बीच संवाद करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। ऐसे मेलों के माध्यम से कुशल युवाओं, स्थानीय युवाओं, किसानों के बच्चों को बिना किसी परेशानी के रोजगार के अवसर मिलेंगे।
राज्य सरकार अगले पांच वर्षों में प्रत्येक परिवार में कम से कम एक व्यक्ति को रोजगार या स्वरोजगार के अवसर देने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए राज्य में प्रत्येक परिवार का ‘परिवार कार्ड’ बनाने पर भी विचार कर रही है। पिछले पांच वर्षों में योगी सरकार की स्वरोजगार की विभिन्न योजनाओं के तहत करीब तीन करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ने का काम किया गया है.