उत्तर प्रदेश

प्रदेश में 1100 से ज्यादा गांव बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित, लोगों को नहीं मिल पा रहीं प्रशासनिक मदद

लखनऊः प्रदेश में रिकार्ड भारी बारिश की वजह से सभी प्रमुख और छोटी नदियों में जल स्तर बढ़ा हुआ है। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। गंगा का पानी कानपुर और प्रयागराज के इलाकों में घर में घुस गया है। यूपी का […]

लखनऊः प्रदेश में रिकार्ड भारी बारिश की वजह से सभी प्रमुख और छोटी नदियों में जल स्तर बढ़ा हुआ है। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य के कई इलाके बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। गंगा का पानी कानपुर और प्रयागराज के इलाकों में घर में घुस गया है। यूपी का चंदौली जिला बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित है। यहां पर बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। पिछले चार-पांच दिनों से बाढ़ के पानी ने पूरे इलाके में कहर बरपा रखा है। क्षेत्र की कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं।

गंगा का जलस्तर स्थिर होने के बाद इलाके में राहत मिली है, जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। बाढ़ के पानी से क्षेत्र इतना क्षतिग्रस्त हो गया है कि गांव के लोगों का शहर से संपर्क टूट गया है। बाढ़ के कारण सब कुछ तबाह हो गया है।
 
गांव में हर जगह पानी मौजूद होने के कारण लोग अब आने-जाने के लिए बाइक या साइकिल की जगह नाव का सहारा ले रहे हैं। बाढ़ के पानी से खड़ी फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। कई जगह फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गईं हैं। लोगों को अब राशन भी नही मिल पा रहा है। इसके अलावा जानवरों को पालने में भी भारी दिक्कतें आती हैं। इलाके में कई जगह सड़कें टूटी हुईं हैं। नतीजतन, शहर के साथ गांवों का संपर्क कट गया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक प्रशासन से कोई भी मदद नहीं मिल रही है।

दूसरी ओर, राज्य राहत आयुक्त कार्यालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ से प्रभावित उत्तर प्रदेश के 1171 गांवों में बचाव और राहत अभियान जारी है। सीएम योगी बाढ़ प्रभावित इलाकों का भी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।

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