लखनऊ: प्रदेश में बाढ़ ग्रसित इलाकों के साथ दो दिनों से हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिये हैं। उन्होंने नगर निकाय और पंचायती राज के अधिकारियों और कर्मचारियों को फील्ड में उतर कर बारिश के कारण हुए नुकसान का जायजा लेने को कहा है। उन्होंने बाढ़ ग्रसित इलाकों में लोगों को समुचित राहत पहुंचाने और जलजमाव के कारण कहीं भी कोई रोग ना फैले इसके लिए भी तैयारी करने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निकाय विभागों को इसके लिए एलर्ट किया गया है।
बदायूं में गंगा नदी, खीरी में शारदा, बलिया में घाघरा, गोरखपुर में राप्ती और गोण्डा में क्वानो नदियां खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं। ऐसे में इन जिलों में विशेष सतर्कता बरतने और राहत कार्य को तेजी से चलाने के भी निर्देश दिये गये हैं। बाढ़ राहत में जुटी राज्य सरकार मानव जीवन को बचाने में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। इसके लिए उसने अपनी पूरी ताकत बाढ़ ग्रस्त इलाकों में झोंक रखी है। प्रदेश के बाढ़ ग्रसित इलाकों में 1134 बाढ़ शरणालय बनाए गये हैं। जहां कोविड के नियमों का पालन करते हुए लोगों के रहने, खाने की पूरी व्यवस्थाएं की गई है। बदलते मौसम में बाढ़ ग्रसित इलाकों में कोई बीमारी न फैले इसके लिए 1125 मेडिकल टीमें लगाई हैं। लोगों को बाढ़ ग्रसित इलाकों से सुरक्षित स्थानों तक ले जाने के लिए 6375 साधारण नाव और 451 मोटर बोट लगाई गई हैं। 1327 बाढ़ चौकियां बनाने के साथ सरकार के प्रयासों से अभी तक 52001 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। बाढ़ ग्रसित इलाकों में फंसे लोगों को राहत पहुंचाते हुए सरकार ने 290239 राशन किट, 579128 लंच पैकेट वितरित किये हैं। प्रभावित लोगों को सरकार ने 251320.58 मीटर त्रिपाल भी बांटे हैं। 224628 पानी के पाउच, 234676 ओआरएस पैकेट, 2646078 क्लोरीन की टेबलेट भी वितरित कर दी गई हैं।
राहत कार्य में बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 9 टीमें, एसडीआरएफ की 16 टीमें और पीएसी की 15 कम्पनियों के 39 दलों को लगाया गया है। इन टीमों की मदद से बाढ़ ग्रसित इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। साथ में उनको भोजन व राहत सामग्री पहुंचाने में मदद की जा रही है। सरकार का प्रयास मानव जीवन के साथ पशुओं को बचाने का भी है इसके लिए सरकार ने 1770 पशु शिविर स्थापित किए हैं और 829531 पशुओं का टीकाकरण भी करा दिया है।
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