नई दिल्लीः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर हमले को तेज कर दिया, उन पर आतंकवादियों को बचाने और यूपी को ‘आतंकवाद का केंद्र’ बनाने का आरोप लगाया।
शाह ने सीतापुर और बाराबंकी में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने यूपी को आतंकवाद का केन्द्र और आतंकवादियों के छुपने का ठिकाना बना दिया।’’
गुजरात में एक विशेष अदालत द्वारा 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम धमाकों के मामले में 49 में से 38 दोषियों को मौत की सजा सुनाए जाने के तीन दिन बाद शाह के अवलोकन ने सपा के खिलाफ भाजपा की बढ़ती आक्रामकता को चिह्नित किया, जबकि शेष 11 को उम्रकैद की सजा सुनाई।
बीजेपी पहले से ही सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साध रही है, जिसमें वह अहमदाबाद विस्फोटों के दोषियों में से एक मोहम्मद सैफ के पिता शाहबाद अहमद के साथ दिखाई दे रहे हैं।
गृह मंत्री ने कहा, “उनकी (अखिलेश की) राजनीति आतंकवाद और दंगों से जुड़ी है।” वाराणसी, अयोध्या में राम जन्मभूमि और लखनऊ कोर्ट।
शाह ने कहा कि जब मुजाहिद की लू लगने से मौत हुई थी तो सपा सरकार ने पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह समेत 42 वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
उन्होंने आतंकवाद के नियंत्रण पर चर्चा को “फालतू बात” के रूप में रद्द करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की भी आलोचना की।
अहमदाबाद हमले के मामले में विशेष अदालत के फैसले का जिक्र करते हुए शाह ने कहा, ‘भाजपा समर्थकों के लिए आतंकवादी को फांसी देने से बड़ा कोई काम नहीं हो सकता।
शाह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव की तुलना एक ऐसे गेंदबाज से की, जो फुल-टॉस डिलीवरी दे रहा था, जिसे बीजेपी ने बाउंड्री के लिए फेंक दिया था।
शाह ने टिप्पणी की कि अखिलेश “चश्मा” पहनते हैं जिसके साथ वह केवल एक विशेष जाति और धर्म के लोगों को देखते हैं। उनका स्पष्ट संदर्भ यादवों और मुसलमानों की ओर था, जिन्होंने परंपरागत रूप से सपा का समर्थन किया है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)