लखनऊ: स्वास्थ्य विभाग की ओर से थर्ड वेव को लेकर सरकारी असपतालों में गाइडलाइन जारी की गई है। प्रदेश में विभाग की विशेष टीम 03-04 जनवरी को सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा करेंगे। इस दो दिवसीय मॉक ड्रिल कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व विशेषज्ञों की निगरानी में संसाधनों की परख की जाएगी। जिसके तहत वेंटिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या, ऑक्सीजन, बेड, दवाएं, आइसीयू जैसे संसाधनों व सामग्री की जांच की जाएगी। अगर अस्पतालों में इन संसाधनों में कमी निकलती है तो उसको तत्काल पूरा किया जाएगा।
प्रदेश के 500 से अधिक अस्पतालों में मॉक ड्रिल किया जाएगा। नए वैरिएंट ओमीक्रॉन के चलते प्रदेश सरकार ने जिन जिलों में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं उन जिलों में अधिक सर्तकता बरतने के निर्देश दिए हैं। मौजूदा हालात और उसके आगे की योजनाओं के मद्देनजर वरिष्ठ अधिकारियों से प्लान भी मांगा गया है।
दस जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को लगेगी बूस्टर डोज
प्रदेश में जनवरी से फ्रंटलाइन वर्कर्स और हेल्थ केयर वर्कर्स को बूस्टर डोज दी जाएगी। प्रदेश में लगभग 10 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स व 10 लाख हेल्थ केयर वर्कर्स को ये बूस्टर डोज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि चरणबद्ध तरीके से यह बूस्टर डोज दी जानी है। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति के लिए टीकाकरण की पहली और दूसरी डोज लगवाने के लिए घर-घर जाकर बुलावा पर्ची भेजी जा रही है। क्षेत्र में ही लोगों की सुविधानुसार टीकाकरण बूथ लगाए हैं जिनमें पहली और दूसरी डोज दी जा रही है।
यूपी का रिकवरी रेट 98.6 प्रतिशत
बीते 24 घंटों में हुई 01 लाख 78 हजार 831 सैम्पल की जांच में 552 संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 37 संक्रमितों ने कोरोना संक्रमण को मात दी। प्रदेश में कोविड पॉजिटिविटी दर 1.84 है, जबकि रिकवरी दर 98.6 प्रतिशत है। कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 1725 है, जबकि 16 लाख 87 हजार 896 मरीज उपचारित होकर स्वस्थ हो चुके हैं।
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