उत्तर प्रदेश

प्राइमरी शिक्षकों के अंतर्जनपदीय ट्रांसफर की पालिसी बनेगी और आसान

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक स्‍कूलों के शिक्षकों को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। प्राइमरी स्‍कूलों के कायाकल्‍प के साथ-साथ सरकार शिक्षकों की साहूलियत के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अंतर्जनपदीय ट्रांसफर पालिसी को और सरल बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्‍यमंत्री ने यह निर्देश अभी हाल में ही आयोजित एक […]

लखनऊ: प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक स्‍कूलों के शिक्षकों को बड़ी राहत देने की तैयारी कर रही है। प्राइमरी स्‍कूलों के कायाकल्‍प के साथ-साथ सरकार शिक्षकों की साहूलियत के लिए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने अंतर्जनपदीय ट्रांसफर पालिसी को और सरल बनाने के निर्देश दिए हैं। मुख्‍यमंत्री ने यह निर्देश अभी हाल में ही आयोजित एक उच्‍च स्‍तरीय बैठक में दिए। उन्‍होंने कहा कि ट्रांसफर पालिसी को और आसान बनाया जाए, जिससे अधिक से अधिक शिक्षकों को इसका लाभ मिल सकें।

प्राइमरी स्‍कूलों में नौकरी करने वाले हजारों शिक्षकों को बड़ी राहत मिलने की उम्‍मीद है। पिछले साल दिसम्‍बर में शिक्षकों का अंतर्जनपदीय ट्रांसफर की सूची जारी की गई थी। इसमें 21 हजार से अधिक शिक्षकों को अपने पसंदीदा जिले में पढ़ाने का मौका मिला था। अंतर्जनपदीय ट्रांसफर पालिसी के शिक्षकों से ट्रांसफर के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। शिक्षकों को पसंदीदा जनपद में पांच स्‍कूलों का विकल्‍प भी देना था। नीति के तहत जनपद के अंदर ट्रांसफर के लिए शिक्षकों के प्रार्थनापत्र में कुल 50 अंकों का मानक रखा गया था। इसके तहत असाध्य या गंभीर रोग से ग्रसित होने पर 5 अंक, विकलांग होने पर 5 अंक, महिला हैं तो 5 अंक, शिक्षक की सेवा के प्रत्येक पूर्ण वर्ष के लिए एक अंक दिया गया था। इनको मिलाकर ट्रांसफर के लिए अधिकतम 35 अंक दिए गए थे।

अंतर्जनपदीय ट्रांसफर में पदोन्नति, सेवानिवृत्ति, नए पद सृजन आदि के कारण शिक्षकों की कमी के आधार पर जिलों में रिक्‍त सीटों का ब्‍योरा शामिल किया गया था। मुख्‍यमंत्री ने अभी हाल में हुई उच्‍च स्‍तरीय बैठक में शिक्षकों की अंतर्जनपदीय पालिसी को शिक्षकों हित में और सरल बनाने को कहा है, ताकि इसका लाभ ज्‍यादा-ज्‍यादा शिक्षकों को मिल सकें। सीएम के निर्देश के बाद अधिकारी ट्रांसफर पालिसी को और आसान करने के मंथन में जुट गए हैं।

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